पीलीभीत: दरोगा-सिपाही की पिटाई के बाद बानगंज में पुलिस का आतंक, ग्रामीणों ने लगाई न्याय की गुहार

पीलीभीत: दरोगा-सिपाही की पिटाई के बाद बानगंज में पुलिस का आतंक, ग्रामीणों ने लगाई न्याय की गुहार

पीलीभीत, अमृत विचार। झगड़े की सूचना पर दबिश देने गए दरोगा-सिपाहियों की पिटाई के बाद पुलिस की कार्रवाई से बानगंज के ग्रामीण दहशतजदां हैं। दस हमलावरों को जेल भेजने के बाद पुलिस अन्य की तलाश में जुटी है। वहीं, ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस ने कार्रवाई के नाम पर आतंक मचा दिया है। निर्दोष …

पीलीभीत, अमृत विचार। झगड़े की सूचना पर दबिश देने गए दरोगा-सिपाहियों की पिटाई के बाद पुलिस की कार्रवाई से बानगंज के ग्रामीण दहशतजदां हैं। दस हमलावरों को जेल भेजने के बाद पुलिस अन्य की तलाश में जुटी है। वहीं, ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस ने कार्रवाई के नाम पर आतंक मचा दिया है। निर्दोष लोगों को भी बेवजह परेशान किया जा रहा है। यहां तक कि महिलाओं से भी पुलिस मारपीट करने से बाज नहीं आ रही है। एकजुट होकर पुलिस लाइन पहुंचे दर्जनों ग्रामीणों ने एसपी कार्यालय में शिकायती पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है।

गजरौला थाना क्षेत्र के बानगंज में सात फरवरी की रात नाली के पानी के निकास के लेकर दो पक्षों में विवाद हो गया था। इसकी सूचना मिलने पर जरा पुलिस चौकी से दरोगा-सिपाही मौके पर पहुंचे थे। जिनकी एक पक्ष से जमा भीड़ ने बंधक बनाकर पिटाई कर दी थी। पुलिस ने सख्ती करते हुए दस लोगों को उसी रात गिरफ्तार किया और आठ फरवरी को जेल भेज दिया था। पुलिस अज्ञात में शामिल हमलावरों की तलाश के लिए वीडियो से पहचान करा रही है।

इसी बीच अब पुलिस पर कार्रवाई के नाम पर निर्दोषों को परेशान करने का आरोप लगा है। बुधवार को गांव के ही ज्वालाप्रसाद, लोचन प्रसाद, चुन्नीलाल, छोटेलाल, फतेहशेर, रामकिशोर, वेदपाल समेत कई ग्रामीण पुलिस लाइन पहुंचे। एसपी कार्यालय में दिए शिकायती पत्र में पुलिस पर तमाम संगीन आरोप लगाए। उनका कहना था कि गजरौला पुलिस ने इस घटना को अधिकारियों को भ्रमित कर घटना को गलत रूप दे दिया है। सही पक्ष की मदद नहीं की जा रही है।

यह भी बताया कि जब पुलिस घटना की रात मौके पर पहुंची थी तो दूसरे पक्ष के दबाव में सही कार्रवाई नहीं कर रही थी। इसी वजह से विवाद की स्थिति बन गई। अब पुलिस छानबीन के नाम पर गांव आती है और जो भी मिल जाए उसके साथ मारपीट करती है। महिलाओं से भी मारपीट की जा रही है। जिससे पूरा गांव उत्पीड़न का शिकार हो रहा है।

इस मामले में दस हमलावरों को जेल भेजा चुका है। वीडियो के जरिए संलिप्त अन्य आरोपियों की पहचान कराई जा रही है। पुलिस पर हमला करने वालों पर सख्ती की जाएगी। किसी भी निर्दोष को परेशान नहीं किया जाएगा। उन्हें डरने की जरूरत नहीं है। – सुनील दत्त, सीओ सिटी

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