मुरादाबाद: कांग्रेस प्रदेश सचिव पर करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी का आरोप

मुरादाबाद, अमृत विचार। कांग्रेस के प्रदेश महासचिव सचिन चौधरी के खिलाफ उनके आवासीय प्रोजेक्ट के आवंटियों ने मोर्चा खोल दिया है। आवंटियों ने धोखाधड़ी करके कंपनी पर करोड़ों रुपये हड़पने का आरोप लगाया है। आवंटियों का कहना है कि नौ साल पूरे होने के बाद कंपनी ने एक भी प्रोजेक्ट पूरा नहीं कराया। आरोप है …
मुरादाबाद, अमृत विचार। कांग्रेस के प्रदेश महासचिव सचिन चौधरी के खिलाफ उनके आवासीय प्रोजेक्ट के आवंटियों ने मोर्चा खोल दिया है। आवंटियों ने धोखाधड़ी करके कंपनी पर करोड़ों रुपये हड़पने का आरोप लगाया है। आवंटियों का कहना है कि नौ साल पूरे होने के बाद कंपनी ने एक भी प्रोजेक्ट पूरा नहीं कराया। आरोप है कि शिकायत के बाद भी पुलिस आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही हैं। जो आवंटी शिकायत करता है,उसके खिलाफ फर्जी मुकदमा दर्ज करा दिया जाता है। पीड़ितों ने पुलिस और प्रशासन से कार्रवाई करने की मांग की।
नया मुरादाबाद स्थित सुपरटेक अपार्टमेंट निवासी सचिन चौधरी कांग्रेस पार्टी के प्रदेश महासचिव हैं। वह 2019 में अमरोहा लोकसभा से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव भी लड़ चुके हैं। रविवार को प्रिंस रोड स्थित एक बैंक्वेट हाल में एक साथ 13 लोगों ने प्रेसवार्ता की। इस दौरान सभी ने कांग्रेस प्रदेश सचिव के साथ ही उनकी आराध्यम कंपनी की निदेशक पत्नी आभा चौधरी पर भी गंभीर आरोप लगाए।
मझोला थाना क्षेत्र के सीधी सरांय लंगड़े की पुलिया निवासी शहजाद हुसैन ने बताया कि दिसंबर 2012 में कांग्रेस नेता और उनकी पत्नी ने आराध्यम इंफ्रा बिल्डर्स प्राइवेट लिमिटेड के नाम से कंपनी रजिस्टर्ड कराई थी।
इस कंपनी ने मुरादाबाद के अलावा हापुड़, गजरौला और नोएडा में भी लगभग 10 प्रोजेक्ट में काम करने की जानकारी देते हुए आवंटियों से पैसा जमा कराया था। मगर कंपनी अपने वादे पर खरी नहीं उतर सकी। नौ साल बीते जाने के बाद भी इस कंपनी का एक भी प्रोजेक्ट को पूरा नहीं हुआ। पीड़ित आवंटियों के आरोप हैं कि ऑनलाइन वेबसाइट में सभी प्रोजेक्ट की जानकारी देने के साथ ही लोगों से करोड़ों रुपये ठगने का काम किया गया है। पीड़ितों के अनुसार वर्ष 2018 में कांग्रेस नेता सचिन चौधरी ने कंपनी के निदेशक पद से इस्तीफा देते हुए पत्नी, मां और परिवार के अन्य लोगों को निदेशक बना दिया था। पीड़ितों ने आरोप लगाया कि पैसे मांगने पर आए दिन उन्हें धमकी दी जाती है।
आरोप है कि 22 दिसंबर को सिविल लाइंस की जिगर कालोनी निवासी राशिद अली को कांग्रेस नेता और उनके सहयोगियों ने कार्यालय बुलाकर धमकी दी। इस दौरान सचिन चौधरी ने दवाब बनाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए अभद्र भाषा का प्रयोग किया। पीड़ितों ने शासन-प्रशासन से कांग्रेस नेता और आराध्यम कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। इस दौरान आवंटी अभिनव रस्तोगी, सुमित खन्ना, राकेश अग्रवाल, डा.सुरेन्द्र, मनोज अग्रवाल, शोभित, विपिन विश्नोई, इमरान, तजम्मुल हुसैन, राशिद, शिराज के साथ अन्य आवंटी मौजूद रहे।
वर्जन—
यह सब कुछ विपक्ष के चंद लोगों के द्वेषपूर्ण राजनीतिक षड़यंत्र के चलते किया जा रहा है। अगर किसी को मेरी कंपनी से कोई समस्या है तो वह कार्यालय जाकर बात करे या पुलिस में शिकायत करे। लेकिन यह लोग व्यक्तिगत रंजिश के तहत हमारे बारे में झूठा प्रचार कर रहे हैं। मैं इसका विरोध करती हूं। यह कानून जुर्म है। मैं कल ही इन पर मानहानि का केस दर्ज कराऊंगी। इन लोगों पर मैं पहले भी दो मुकदमे दर्ज करा चुकी हूं। इस प्रेसवार्ता में शामिल लोगों को चिन्हित कर दोबारा एसएसपी से मिलूंगी।
— मीडिया प्रभारी, आभा चौधरी, एमडी आराध्यम बिल्डर्स।