बरेली: आईटीबीपी सब इंस्पेक्टर पर निजी कर्मचारी के अपहरण व लूट का आरोप

बरेली, अमृत विचार। ड्यूटी से लौट रहे कर्मचारी की बाइक में आईटीबीपी के सब इंस्पेक्टर ने कार से टक्कर मार दी। विरोध करने पर आरोपियों ने खुद को पुलिसकर्मी बताते हुए कर्मचारी का अपहरण किया और जंगल में ले जाकर उसके साथ मारपीट की। किसी तरह कार का दरवाजा खुलने पर युवक जान बचाते हुए …
बरेली, अमृत विचार। ड्यूटी से लौट रहे कर्मचारी की बाइक में आईटीबीपी के सब इंस्पेक्टर ने कार से टक्कर मार दी। विरोध करने पर आरोपियों ने खुद को पुलिसकर्मी बताते हुए कर्मचारी का अपहरण किया और जंगल में ले जाकर उसके साथ मारपीट की। किसी तरह कार का दरवाजा खुलने पर युवक जान बचाते हुए घर पहुंचा। घायल को थाने लेकर पहुंचे परिजनों की भी पुलिस ने एक न सुनी। तहरीर दिए जाने के बावजूद भी रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई। ट्वीटर पर आईजी से शिकायत के बाद पुलिस ने दो लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है।
कैंट थाना क्षेत्र के चनहेटी की रहने वाली ममता राजपूत ने बताया कि उनका भाई अभय राजपूत (20) टेलीकॉम कंपनी के बरेली स्थित कार्यालय में नौकरी करता है। गुरुवार की शाम करीब 5 बजे वह ड्यूटी से वापस आ रहा था। उसी समय पीछे से आईटीबीपी में सब इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत क्षेत्र के ही सदभावना कॉलोनी निवासी कैलाश व उनके छोटे भाई सिविल इंजीनियर अजय कुमार कार से घर जा रहे थे। बताया कि लाल फाटक पर सब इंस्पेक्टर ने अभय की बाइक में टक्कर मार दी।
जब इसका विरोध किया तो आरोपियों ने गाली-गलौज शुरू कर दी। वहीं अभय के मुताबिक जब गाली देने को मना किया गया तो उसका अपहरण कर बुखारा रोड स्थित जंगल में ले गए और उनके साथ मारपीट की। आरोप यह भी है कि मारपीट के बाद आरोपियों ने उनकी चेन, पर्स व उनके पास रखा कंपनी का पैसा भी लूट लिया। शोर सुनकर वहां मौजूद स्थानीय लोग वहां पहुंचे तो आरोपी धमकी देते हुए फरार हो गए। हालांकि भीड़ में मौजूद किसी व्यक्ति ने उन्हें पहचान लिया और उनके नाम बताए। घायल अभय को देखकर परिजन उसे लेकर कैंट थाने पहुंचे लेकिन पुलिस ने उनकी एक न सुनी। परिजनों ने थान में घायल को लिटाकर हंगामा शुरू कर दिया, जिसे भी पुलिसकर्मी मूर्कदर्शक बने देखते रहे।
वहीं मौजूद किसी व्यक्ति ने इसकी वीडियो बना ली और सोशल मीडिया पर वायरल कर दी। शुक्रवार की सुबह ट्वीटर पर वीडियो को टैग करते हुए मामले की शिकायत एडीजी व आईजी से की गई। अधिकारियों के संज्ञान में मामला आते ही कैंट पुलिस भी हरकत में आई और पीड़िता की तहरीर पर सब इंस्पेक्टर कैलाश व उनके भाई अजय कुमार के खिलाफ अपहरण, लूट, जान-बूझकर चोट पहुंचाना व डराने-धमकाने के आरोप में रिपोर्ट दर्ज की। साथ ही दोनों आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया है।
मारपीट हमने नहीं उन्होंने की है….
आईटीबीपी में सब इंस्पेक्टर कैलाश ने बताया कि उनकी तैनाती हल्द्वानी में है और वह 30 दिसंबर को ही छुट्टी पर घर आए थे। बताया कि गुरुवार की शाम वह अपनी मां, पत्नी, भाभी व तीन बच्चों के साथ शहर से घर लौट रहे थे। उसी समय कार की बाइक से टक्कर हो गई थी, लेकिन कोई नुकसान नहीं हुआ था और न ही बाइक सवार को कोई चोट पहुंची थी। लाल फाटक पर जाम के चलते वह झील गौंटिया के रास्ते से अपने घर जा रहे थे, उसी समय रास्ते में युवक ने कार को रोकते हुए बाइक को उसके आगे लगा दिया।
विरोध करने पर युवक ने अपने साथियों को बुला लिया। उसके बाद उनकी मां, पत्नी व भाभी के साथ मारपीट शुरू कर दी थी। साथ ही उनकी गाड़ी के शीशे भी तोड़ दिये। बाद में युवक ने गलती मानते हुए उसे घर छोड़ने की बात कही थी। बताया कि घर छोड़ने जाते समय ही उनके परिजनों ने उल्टा उन्हीं पर इल्जाम लगाते हुए हंगामा किया और पुलिस से शिकायत कर दी। बताया कि उनकी ओर से भी कैंट पुलिस को तहरीर दे दी गई है।