बहराइच: गांव में पहुंचा हिरण, वन कर्मियों ने पहुंचाया गोरखपुर चिड़ियाघर

बहराइच। अब्दुल्लागंज जंगल से एक हिरण बुधवार शाम को चौगोड़वा गांव में आ गया। हिरण को वन कर्मियों ने पकड़ लिया। उसका इलाज कराया। इसके बाद डीएफओ के निर्देश पर गोरखपुर के चिड़ियाघर भेज दिया गया है। बहराइच वन प्रभाग के अब्दुल्लागंज रेंज के चौगोडवा गांव में बुधवार शाम को जंगल से भटक कर हिरण …
बहराइच। अब्दुल्लागंज जंगल से एक हिरण बुधवार शाम को चौगोड़वा गांव में आ गया। हिरण को वन कर्मियों ने पकड़ लिया। उसका इलाज कराया। इसके बाद डीएफओ के निर्देश पर गोरखपुर के चिड़ियाघर भेज दिया गया है।
बहराइच वन प्रभाग के अब्दुल्लागंज रेंज के चौगोडवा गांव में बुधवार शाम को जंगल से भटक कर हिरण पहुंच गया। हिरण को देख कुत्तों ने घेर लिया। सभी उसे नोचने का प्रयास करने लगे। ग्रामीणों ने हिरण को कुत्ते के झुंड से छुड़ाया। इसके बाद सूचना वन कर्मियों को दी गई।
वनकर्मी हिरण को लेकर रेंज कार्यालय पहुंचे। यहां पर उसका इलाज किया गया। डीएफओ मनीष सिंह ने बताया इलाज में हिऱण पूरी तरह से स्वस्थ पाया गया। इस पर उच्चाधिकारियों के निर्देश पर उसे गोरखपुर भेजा गया।
डीएफओ ने बताया कि वन दरोगा अमित वर्मा की देखरेख में हिरण को शहीद अशफाक उल्ला खां प्राणि उद्यान केंद्र गोरखपुर में छोड़ दिया गया है। उद्यान केंद्र की टीम ने भी हिऱण के स्वास्थ्य की जांच कर उसे उद्यान केंद्र में छोड़ा गया है।
रामपुर : उत्तराखंड बार्डर पर लग रहे उद्योग, रामपुर का युवा खाली हाथ
जिले के उद्योग विभाग के आंकड़ों में जिले में उद्योग बढे़ हुए दिख रहे हैं। लेकिन, वे उद्योग उत्तराखंड के बार्डर पर बढ़ रहे हैं। रामपुर की सीमाएं उत्तराखंड राज्य के काशीपुर, रुद्रपुर जैसे नगरों से सटी हैं। मजबूरन वहां जब फैक्ट्री लगती है तो रामपुर की सस्ती जमीन मिल जाती है। पंजीकरण रामपुर उद्योग केंद्र में हो जाता है। लेकिन, इससे रामपुर के अवाम को कोई फायदा नहीं मिलता।
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