केरल रेल परियोजना: यूडीएफ ने किया प्रदर्शन, माकपा ने कहा- यह उसका चुनावी वादा

तिरुवनंतपुरम। कांग्रेस नीत विपक्षी संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) ने शनिवार को पूरे राज्य में वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) सरकार की महत्वाकांक्षी सिल्वर लाइन रेल गलियारा परियोजना का विरोध किया। विपक्षी गठबंधन ने आरोप लगाया है कि यह परियोजना ‘अवैज्ञानिक’ और ‘ अव्यावहारिक’ है, जबकि सत्तारूढ़ माकपा ने स्पष्ट कर दिया है कि वह इस परियोजना …
तिरुवनंतपुरम। कांग्रेस नीत विपक्षी संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) ने शनिवार को पूरे राज्य में वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) सरकार की महत्वाकांक्षी सिल्वर लाइन रेल गलियारा परियोजना का विरोध किया। विपक्षी गठबंधन ने आरोप लगाया है कि यह परियोजना ‘अवैज्ञानिक’ और ‘ अव्यावहारिक’ है, जबकि सत्तारूढ़ माकपा ने स्पष्ट कर दिया है कि वह इस परियोजना पर किसी भी कीमत पर आगे बढ़ेगी क्योंकि उसने अपने चुनाव घोषाण पत्र में इस परियोजना का वादा किया है।
परियोजना के खिलाफ प्रदर्शन को तेज करते हुए विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष वीडी सतीशन ने एर्णाकुलम में राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शनों की शुरुआत की, जबकि केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) के अध्यक्ष के सुधाकरण ने यहां सचिवालय के समक्ष मोर्चा खोला। यूडीएफ के विभिन्न नेताओं ने उन 10 जिलों के मुख्यालयों में प्रदर्शन किया, जहां से यह परियोजना गुजरेगी।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन की महत्वाकांक्षी परियोजना, सिल्वर लाइन का उद्देश्य दक्षिणी जिले तिरुवनंतपुरम को सबसे उत्तरी कासरगोड से जोड़ने के लिये 529.45 किलोमीटर लंबा रेल कॉरिडोर स्थापित करना है, जिससे यात्रा का समय केवल चार घंटे रह जाएगा। इस बीच, माकपा के राज्य सचिव कोडियेरी बालाकृष्णन ने यूडीएफ के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि यहां तक कांग्रेस कार्यकर्ताओं का एक वर्ग भी इस परियोजना का समर्थन कर रहा है और सांसद शशि थरूर का बयान इसका सबूत है।
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