रायबरेली: गंगा एक्सप्रेसवे के रास्ते से हटाए जाएंगे बिजली के खंभे और तार

रायबरेली। गंगा एक्सप्रेसवे रायबरेली से भी होकर गुजरेगा। ऐसे में रास्ते में आ रहीं सभी बिजली की लाइनें हटाई जाएंगी। पावर कॉरपोरेशन ने इसका खाका खींच लिया है। लाइनों के स्थानान्तरण में 26.10 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) ने 12.88 करोड़ रुपये पावर कॉरपोरेशन को दे दिए हैं। …
रायबरेली। गंगा एक्सप्रेसवे रायबरेली से भी होकर गुजरेगा। ऐसे में रास्ते में आ रहीं सभी बिजली की लाइनें हटाई जाएंगी। पावर कॉरपोरेशन ने इसका खाका खींच लिया है। लाइनों के स्थानान्तरण में 26.10 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) ने 12.88 करोड़ रुपये पावर कॉरपोरेशन को दे दिए हैं।
मेरठ से प्रयागराज तक 594 किमी लंबा छह लेन का एक्सप्रेसवे बनवाया जा रहा है। 51.80 किमी गंगा एक्सप्रेसवे लालगंज, सलोन, डलमऊ और ऊंचाहार तहसील के गांवों से होकर गुजरेगा। इसके लिए चिन्हित की गई जमीनों पर लगी सभी बिजली की लाइनें हटाई जाएंगी। पावर कॉरपोरेशन ने स्टीमेट बनाकर यूपीडा को भेजा था। यूपीडा ने हरी झंडी देकर बजट उपलब्ध करा दिया है।
एक नजर आंकड़ों पर
879 – बिजली के खंभे हटाए जाएंगे।
29.30 – किमी लंबी अंडरग्राउंड केबल का स्थान होगा परिवर्तित।
104.37 – किमी बिजली का तार लाइनों को शिफ्ट करने में लगेगा।
26.10 – करोड़ का प्राक्कलन हुआ था तैयार।
12.88 – करोड़ यूपीडा ने पावर कारपोरेशन को दिए किस वितरण खंड में कितना लगेगा खर्च।
13.24 – करोड़ रुपये विद्युत वितरण खंड लालगंज।
1.83 – करोड़ रुपये विद्युत वितरण खंड डलमऊ।
10.94 – करोड़ रुपये विद्युत वितरण खंड ऊंचाहार किस वितरण खंड को मिला कितना बजट।
6.53 – करोड़ रुपये विद्युत वितरण खंड लालगंज।
98 – लाख रुपये विद्युत वितरण खंड डलमऊ।
5.37 – करोड़ रुपये विद्युत वितरण खंड ऊंचाहार।
पावर कॉरपोरेशन के अधीक्षण अभियंता वाइएन राम ने कहा कि गंगा एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए संबंधित भूमि से बिजली की लाइनों को हटाया जाना है। यूपीडा से कुछ बजट मिला है। टेंडर प्रक्रिया चल रही है।