रामपुर: पनवड़िया-रोशनबाग में फैला टीबी, लोग भयभीत

रामपुर: पनवड़िया-रोशनबाग में फैला टीबी, लोग भयभीत

रामपुर, अमृत विचार। रेडिको खेतान शराब फैक्ट्री के प्रदूषित पानी के नाले से निकल रहीं जहरीली गैंसों ने पनवड़िया और रोशनबाग समेत आसपास के गांवों में लोगों को बीमारियों ने जकड़ लिया है। पनवड़िया रोशन बाग में क्षय रोग (टीबी) बुरी तरह फैला हुआ है। लगातार मरीजों की संख्या बढ़ रही है, जिला क्षय रोग …

रामपुर, अमृत विचार। रेडिको खेतान शराब फैक्ट्री के प्रदूषित पानी के नाले से निकल रहीं जहरीली गैंसों ने पनवड़िया और रोशनबाग समेत आसपास के गांवों में लोगों को बीमारियों ने जकड़ लिया है। पनवड़िया रोशन बाग में क्षय रोग (टीबी) बुरी तरह फैला हुआ है। लगातार मरीजों की संख्या बढ़ रही है, जिला क्षय रोग विभाग यहां मरीजों को लगातार दवाएं बंटवा रहा है। लेकिन जिला प्रशासन और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी डिस्टलरी को कार्रवाई से बचाने पर तुले हुए हैं। हैंडपंप पीला पानी फेंक रहे हैं। घरों में लोग बदबूदार पानी पीने को मजबूर हैं।

रेडिको खेतान डिस्टलरी से दो बड़े नाले निकलते हैं जोकि घातक जहरीली गैसों के प्रभाव वाले दूषित पानी को छोड़ते हैं। फैक्ट्री के सामने ही सबसे पहले पनवड़िया गांव आता है। फैक्ट्री के पानी से पनवड़िया के लोग परेशान हैं और बीमारियां झेलने को मजबूर हैं। यहां के लोगों ने बताया कि एक-एक घर में कई कई लोग बीमारी का शिकार हो रहे हैं। सबसे ज्यादा लोगों को क्षय रोग परेशान किए है।

टीबी के रोगियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। टीबी के फैलाव को रोकने के लिए जिला क्षय रोग नियंत्रण विभाग ने यहां अपनी टीमें लगाई हैं। यह टीमें टीबी से प्रभावित इलाकों में जाकर लोगों को जागरूक कर रही हैं। गांव वाले कहते हैं कि टीबी के अलावा भी लोगों को पेट संबंधी रोग हो रहे हैं। हैंड पंपों में पानी एकदम पीला आता है। कुछ हैंडपंप में पानी आता तो साफ है, लेकिन कुछ देर के बाद पीला पड़ जाता है।

जल निगम से शिकायत भी की गई तब अधिकारियों ने कहा था कि शराब फैक्ट्री के नाले की वजह से भूगर्भ जल दूषित हो चुका है। मौजूदा समय में दो सौ फीट से अधिक गहराई पर भी हैंडपंप का बोरिंग कराने पर पानी स्वच्छ पीने को नहीं मिल रहा है। इसी तरह रोशन बाग के लोगों ने भी बताया कि नाले से आने वाले पानी से भाप निकलती है, जिसमें गैसों के प्रभाव की वजह से लोहे दरवाजे गल रहे हैं। गैसों के प्रभाव की वजह से ही बीमारी फैल रही हैं। मजबूरी में लोग जहरीला होता जा रहा हैंडपंपों का पानी पीने को मजबूर हैं।

रेलवे लाइन किनारे भी भरता है गंदा पानी
डिस्टलरी से निकला जहरीला पानी नाले से रिसाव होकर रेलवे लाइन किनारे गड्डे में भी भर जाता है, जिसकी बदबू से लोगों को दिक्कतें होती हैं। लेकिन कभी रेलवे के अधिकारियों ने भी डिस्टलरी को नोटिस देकर ऐसा करने से रोकने की जहमत नहीं उठाई है। गांव वालों का कहना है कि फैक्ट्री प्रबंधन अधिकारियों को मैनेज कर लेता है। यही वजह है कि अधिकारियों की लापरवाही और अनदेखी के कारण लोगों को बीमारियों का दंश झेलना पड़ रहा है।

गैसों के प्रभाव से घरों के दरवाजे और गेट भी गल रहे
प्रदूषित पानी से निकलने वाली गैसों के प्रभाव से पनवड़िया और रोशनबाग में तमाम घरों के गेट और लोहे के दरवाजे गलकर नष्ट हो रहे हैं। गांव के लोगों का कहना है कि नाला की वजह से पनवड़िया से अजीतपुर रोड पर गंदगी है। जहरीली गैसों के प्र‍भाव के कारण नाले का दूषित पानी लगातार घातक बनता जा रहा है। लोहे के गेट गलने की शिकायतें पहले भी की जा चुकीं हैं। लेकिन अधिकारियों की साठगांठ की वजह से कोई कार्रवाई नहीं की गई। सबसे बड़ी बात यह है कि प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी फैक्ट्री प्रबंधन के दबाव में कोई नोटिस तक जारी नहीं करते हैं।

लोग बोले- बीमारियां झेल रहे हम
शराब फैक्ट्री के प्रदूषित पानी की वजह से मैं टीबी से ग्रसित हो गया। यहां सबसे बड़ी दिक्कत रेडिको खेतान का निकला नाला है। हम लगातार उपचार कराते रहे। लाखों रुपया इलाज में फूंक दिया तब बीमारी से राहत मिली है। -दयाराम सैनी, पनवड़िया।

हमें तमाम गंदगी और हैंड पंपों से निकलने वाले दूषित पानी की वजह से बीमारी लग गई। अधिकारी मानने को तैयार नहीं हैं। कहते हैं पानी जहरीला नहीं है। हम टीबी से ग्रसित हुए, लंबा इलाज चला है, तब बीमारी खत्म हुई है। -गोपी चंद, पनवड़िया।

गंदगी के साथ ही इलाके में बह रहा गंदा नाला बीमारी की जड़ है। आज तक किसी सरकार ने नाले में गिरने वाले जहरीले पानी को बंद नहीं कराया, जिसकी वजह से मै टीबी का शिकार हो गया। इलाज में लाखों रुपये फूंक चुका हूं। फायदा नहीं है। -मोहनलाल सैनी, पनवड़िया।

हमें गंदे नाले में निकल रही गैंसों की वजह से सांस की बीमारी हो गई। जांच कराई है, जिसमें इलाज करा रहे हैं। टीबी के डाक्टरों को भी दिखाया है। लेकिन अभी फायदा नहीं है। हमारे इलाके से गंदा नाला बंद कराया जाए। -रामकिशन सैनी, पनवड़िया।

पनवड़िया इलाके में क्षय रोगियों की संख्या बढ़ रही है। इस इलाके में लगातार हमारी टीमें रोगियों को दवाओं की व्यवस्था कर रही है। लगातार सर्वे किया जा रहा है। जिसमें टीबी रोगियों की संख्या बढ़ रही है। इसको लेकर हमने रिपोर्ट भेजी है जिस पर शासन भी चिंतित है। – डा. पीके वार्ष्णेय, जिला क्षय रोग अधिकारी।