बरेली: झूला लगाकर सीआई पार्क में अवैध वसूली

बरेली, अमृत विचार। शर्तों के उल्लंघन पर प्रेमनगर स्थित सीआई पार्क के ठेकेदार पर नगर निगम ने 50 हजार रुपये का जुर्माना लगाया है। आरोप है कि ठेकेदार ने निगम से बिना परमीशन लिए पार्क में मिक्की माउस झूला लगा दिया। इसके ऐवज में पार्क आने वाले बच्चों के अभिभावकों से कमाई शुरू कर दी। …
बरेली, अमृत विचार। शर्तों के उल्लंघन पर प्रेमनगर स्थित सीआई पार्क के ठेकेदार पर नगर निगम ने 50 हजार रुपये का जुर्माना लगाया है। आरोप है कि ठेकेदार ने निगम से बिना परमीशन लिए पार्क में मिक्की माउस झूला लगा दिया। इसके ऐवज में पार्क आने वाले बच्चों के अभिभावकों से कमाई शुरू कर दी।
अमृत योजना के तहत नगर निगम ने शहर के कई पार्कों के सौंदर्यीकरण व कायाकल्प का काम कराया है। प्रेमनगर स्थित सीआई पार्क में भी झूले, लाइटें, बेंच आदि के लिए करीब 1.25 करोड़ रुपये की बड़ी रकम खर्च की है। नगर निगम के अधिकारियों us दूसरे प्रमुख पार्कों की तरह इस पार्क को भी पीपीपी मोड पर संचालित करने के लिए श्रीजी नेचुरl नाम की एक संस्था को यहां ठेका दिया है। ठेकेदार को यहां कैंटीन संचालन के साथ पार्क की सुरक्षा आदि की जिम्मेदारी दी गई है। जबकि पार्क का कांट्रेक्ट लेने वाली कंपनी ने इस ठेके की आड़ में नगर निगम से अनुमति लिए बगैर बच्चों के लिए पार्क परिसर में जंपिंग प्लेटफार्म यानी मिक्की माउस लगा दिया।
इसके बाद अभिभावकों से अवैध वसूली शुरू कर दी। जबकि नगर निगम और कांट्रेक्ट लेने वाली कंपनी के बीच हुए अनुबंध की शर्तों का यह उल्लंघन है। बताते हैं कि ठेकेदार कमाई के लिए नगर निगम के अधिकारियों को सूचना या मंजूरी लिए बगैर धंधा कर रहा है। इससे नगर निगम और आम जनता दोनों की ही जेबों को चूना लगाया जा रहा है।
इस मामलों को गंभीरता से लेते हुए नगर निगम के पर्यावरण अभियंता ने सीआई पार्क का ठेका लेने वाली संस्था को नोटिस जारी कर 50 हजार रुपये का जुर्माना ठोंक दिया है। साथ ही चेतावनी दी कि पांच दिन के अंदर अगर जुर्माने की यह रकम जमा न हुई तो कैंटीन के ठेके को निरस्त करने की कार्रवाई की जाएगी।
बगैर अनुमति के पार्क परिसर में लगा लिया टेंट
सीआई पार्क में ठेका लेने वाली संस्था ने उद्यान परिसर में टेंट लगा लिया। इसकी भनक भी नगर निगम के अधिकारियों को नहीं लगी। नियमानुसार, ठेका संचालक पार्क के अंदर शादी-पार्टी आदि किसी सार्वजनिक आयोजन को नहीं करा सकता है। इससे पहले नगर आयुक्त से अनुमति ली जानी चाहिए लेकिन पार्क के अंदर लगे टेंट लगने से कई सवाल खड़े हो रहे हैं।
ठेका संचालक का कहना है कि शर्तों के अनुसार पार्क के अंदर हट बनाए जाने हैं लेकिन वे अभी बाहर से बनकर नहीं आ सके हैं। ठंड की वजह से फिलहाल टेंट लगा लिया गया है। हट बनते ही इन्हें हटा लिया गया है। पर्यावरण अभियंता संजीव प्रधान ने ठेका संचालक को नगर निगम से परमीशन लिए बगैर पार्क के अंदर किसी तरह शादी-पार्टी या दूसरे आयोजनों को किसी दशा में न कराने को लेकर कड़ी चेतावनी दी है।
विवादों में आ चुका है अक्षर विहार
नगर निगम प्रशासन ने सिविल लाइंस में बने अक्षर विहार पार्क का भी अमृत योजना से कायाकल्प कराया है। इसे भी सीआई पार्क की तरह एक ठेकेदार को पीपीपी मोड पर संचालित करने का जिम्मा दिया है। यहां भी पार्क के अंदर कोई प्रवेश शुल्क न लेने और शादी-पार्टी के आयोजन कराने को लेकर प्रतिबंध है। यहां कुछ समय पहले यहां हुक्का पार्टी चलने आदि गतिविधियां होने के चलते नगर निगम ने कई हफ्तों तक पार्क संचालन पर प्रतिबंध लगा दिया था। नगर निगम के नियमित निरीक्षण न करने से भी ऐसी दिक्कतें पैदा हो रही हैं।
सीआई पार्क में कांट्रेक्ट लेने वाली संस्था ने बगैर परमीशन के बच्चों के झूले लगाकर वसूली शुरू कर दी थी। जबकि यह शर्तों का उल्लंघन है। पार्क के अंदर टेंट भी लगा है। ठेकेदार का कहना है कि हट लगने के बाद इस टेंट को हटा दिया जाएगा। –संजीव प्रधान, पर्यावरण अभियंता, नगर निगम