टोल वसूली बंद करने की किसानों और सपाइयों ने उठाई मांग
रायबरेली। टोल वसूली को अवैध करार करते हुए किसानों व सपा कार्यकर्ताओं का धरना दूसरे दिन भी जारी रहा। मौके पर पहुंचे एसडीएम ने प्रदर्शनकारियों को समझाने का प्रयास किया लेकिन धरना समाप्त नहीं हो सका। बता दे कि लालगंज कस्बे में जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए साल 2018 में बाईपास का …
रायबरेली। टोल वसूली को अवैध करार करते हुए किसानों व सपा कार्यकर्ताओं का धरना दूसरे दिन भी जारी रहा। मौके पर पहुंचे एसडीएम ने प्रदर्शनकारियों को समझाने का प्रयास किया लेकिन धरना समाप्त नहीं हो सका।
बता दे कि लालगंज कस्बे में जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए साल 2018 में बाईपास का निर्माण किया गया था। उसके बाद ऐहार में टोल प्लाजा का निर्माण किया गया था। दिसंबर 2018 में प्रधानमंत्री ने बाईपास रोड का लोकार्पण किया था, लेकिन पांच महीने बाद ही रेलओवर ब्रिज के पिलर में दरार आने से इस मार्ग को बंद कर दिया गया। इसके बाद भी टोल वसूली बंद नही हुई।
लोगों का कहना है कि जब बाईपास रोड की सुविधा नही मिल रही है तो टोल क्यों वसूला जा रहा है। टोल वसूली बंद किए जाने को लेकर उप्र किसान मंच समेत समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने गोविंदपुर वलौली गांव के सामने बंद बाईपास पर बैठकर दो दिन से धरना प्रदर्शन कर रहे है।
उपजिलाधिकारी विजय कुमार ने मौके पर पहुंचकर उन्हे बताया कि खराब हुआ रेलओवर ब्रिज को तोड़ने का काम शुरू कर दिया गया है। जून 2022 तक पुल निर्माण कार्य को भी पूरा किया जाएगा।
टोल के अधिकारियों का कहना है कि बंद चल रहे साढ़े पांच किलोमीटर मार्ग का शुल्क घटाकर टोल वसूला जा रहा है, लेकिन एसडीएम की इस बात से किसान सहमत नही हुए और टोल वसूली बंद करने की मांग पर अड़े रहे। इस मौके पर किसान मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष अभितेंद्र सिंह राठौर समेत शशिकांत तिवारी, गिरधारी, जगन्नाथ तिवारी, मो.रफीक आदि मौजूद रहे। इस अभियान में शामिल रहे।