बरेली: फर्जी फर्म बनाकर 1.46 करोड़ के जीएसटी कर की चोरी, रिपोर्ट दर्ज

बरेली, अमृत विचार। बैंक से लोन पास कराने के लिए एजेंट ने एक युवक से उसके असली दस्तावेज लेकर फर्जी फर्म बना ली। साथ ही फर्जी जीएसटी बनाते हुए करोड़ों का व्यापार बिना जीएसटी कर चुकाए ही कर लिया। एक एक करोड़ से अधिक कर की चोरी होने पर जब आयकर विभाग के कर्मचारियों ने …
बरेली, अमृत विचार। बैंक से लोन पास कराने के लिए एजेंट ने एक युवक से उसके असली दस्तावेज लेकर फर्जी फर्म बना ली। साथ ही फर्जी जीएसटी बनाते हुए करोड़ों का व्यापार बिना जीएसटी कर चुकाए ही कर लिया। एक एक करोड़ से अधिक कर की चोरी होने पर जब आयकर विभाग के कर्मचारियों ने पीड़ित को कार्यालय बुलाया तब मामला सामने आया। युवक की शिकायत पर बारादरी पुलिस ने चार नामजद समेत सात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है।
बारादरी थाना क्षेत्र के एजाजनगर गौंटिया निवासी फैजान ने बताया कि उन्हें किसी व्यक्तिगत कार्य के लिए कुछ माह पहले करीब 10 लाख के लोन की जरूरत थी। जिसके चलते उनकी मुलाकात क्षेत्र के ही रहने वाले लोन एजेंट सलीम हुसैन से हुई। सलीम ने लोन पास होने पर 15 प्रतिशत कमीशन लेने की बात कही और लोन पास कराने का आश्वासन देते हुए फैजान का असली आधार, पैन कार्ड समेत कई दस्तावेज ले लेकर एमएफ ट्रेडर्स प्रोपराइटर फैजान नाम से फर्जी फर्म बना ली। इसके बाद पीड़ित के नाम पर ही उसका जीएसटी रजिस्ट्रेशन करा दिया।
काफी समय तक लोन न मिलने पर फैजान ने जब पूछा तो लोन एजेंट ने लॉकडाउन का बहाना बनाया और लोन पास न होने की बात कही। 28 जुलाई को जीएसटी विभाग से जब दो कर्मचारी पीड़ित के घर पहुंचे तो उन्होंने बीते दो माह में करीब 8 करोड़ का व्यापार उनके नाम पर रजिस्टर्ड जीएसटी रजिस्ट्रेशन पर किए जाने की बात कही। वहीं फैजान के मुताबिक उसने फर्म के नाम से न ही किसी तरह का व्यापार शुरू किया था और न ही बिल काटा था।
वहीं जीएसटी विभाग के कर्मचारियों द्वारा पता चलने पर पीड़ित ने पुलिस से मामले की शिकायत की। फैजान के मुताबिक आरोपी व उसके साथियों ने बिना फर्म मालिक की जानकारी के 1 करोड़ 46 लाख, 19 हजार 424 रुपये के जीएसटी कर की चोरी की थी। स्थानीय पुलिस द्वारा सुनवाई न होने पर एसएसपी के आदेश पर बारादरी पुलिस ने सलीम हुसैन, नदीम हुसैन, ताहिर खान, पवन नेगी व तीन अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है।
कर चुकाकर एनजीओ दिलाने का किया था वादा
फैजान के मुताबिक कर चोरी की बात सामने आने पर लोन ऐजेंट ने पूरा जीएसटी कर चुका कर पीड़ित को एक एनजीओ दिलावाने का वादा किया था। जिसके बाद काफी समय तक न ही कर चुकाया गया और न ही एनजीओ दिलाया गया। संपर्क करने पर फैजान ने आरोपियों से बात की, जिसपर लोन ऐजेंट ने उसे मिलने के लिए मॉडल टाउन बुलाया। जहां उसने साथियों के साथ मिलकर जान से मारने की धमकी दे दी। वहीं बताया कि उसके नाम पर जीएसटी रजिस्ट्रेशन कराते समय आरोपी ने उसकी ईमेल आईडी व पासवर्ड भी ले लिया। और मोबाइल नंबर अपना डलवा दिया ताकि पीड़ित को कर किसी तरह भी कर व व्यापार की बात पता न चल सके।