रामपुर : अमावस्या पर 32 लावारिस शवों की अस्थियां गंगा में विसर्जित

रामपुर : अमावस्या पर 32 लावारिस शवों की अस्थियां गंगा में विसर्जित

रामपुर, अमृत विचार। गत वर्षो की भांति इस वर्ष भी अमावस्या पर लावारिस शवों की अस्थियों को मंत्रोच्चारण के साथ बृजघाट गंगा नदी में विसर्जित किया गया। साल भर से अपनों का इंतजार कर रही इन अस्थियों जब कोई नहीं लेने आया तो सोमवार को अंतिम दिन अमावस्या पर अस्थियों को गंगा नदी में विसर्जित …

रामपुर, अमृत विचार। गत वर्षो की भांति इस वर्ष भी अमावस्या पर लावारिस शवों की अस्थियों को मंत्रोच्चारण के साथ बृजघाट गंगा नदी में विसर्जित किया गया। साल भर से अपनों का इंतजार कर रही इन अस्थियों जब कोई नहीं लेने आया तो सोमवार को अंतिम दिन अमावस्या पर अस्थियों को गंगा नदी में विसर्जित कर दिया गया।

श्मशान भूमि समिति एवं कमेटी के सभी पदाधिकारियों ने जाति धर्म से ऊपर उठकर अस्थियों को गंगा नदी में प्रवाहित कर मुक्ति की कामना की। संस्था हर साल लावारिस शवों का अंतिम संस्कार कर मुक्ति दिलाने के लिए धार्मिक अनुष्ठान करती है। समिति के अध्यक्ष राजीव मांगलिक ने बताया कि समिति शवों के दाह संस्कार के लिए लकड़ी अपने एवं सामग्री उचित मूल्य पर उपलब्ध कराती है। गरीब एवं असहाय व्यक्तियों को नि:शुल्क लकड़ी उपलब्ध कराती है।

समिति महामंत्री पीयूष कुमार जिंदल ने बताया इस वर्ष 32 लावारिस शव का अंतिम संस्कार शमशान भूमि पर किया गया था। सभी की अस्थियों सुरक्षित रखी गई थी। अमावस्या के दिन वाहन में रखकर अस्थियों को बृजघाट ले जाकर मंत्र उच्चारण के साथ गंगा में विसर्जित कर उनकी मुक्ति की कामना की गई।

इस मौके पर अध्यक्ष राजीव मांगलिक, महामंत्री पीयूष कुमार जिंदल, कोषाध्यक्ष विरेश कुमार सिंघल, उमेश कुमार सक्सेना, उमेश सिंघल, गिरीश गुप्ता, संजय अग्रवाल, प्रमोद भटनागर एडवोकेट, योगेश अग्रवाल, गिरीश कुमार गुप्ता, नवल रस्तोगी, कमल सिंघल, संजय पाठक, विनोद अग्रवाल, रेशू बंसस, राजेंद्र अग्रवाल सभासद आदि उपस्थित रहे।