बाराबंकी: प्राचीन सत्तिन माता मंदिर को मिला भव्य स्वरूप, नवरात्रि में होगी स्थापना

बाराबंकी। जनपद क्षेत्र में अनेक मंदिर जो काफी पुराने है, जिनका धार्मिक और संस्कारिक महत्त्व होने के बावजूद बदहाल स्थिति में होने के बावजूद उनका पुरसा लेने वाला कोई नहीं। वहीं शहर में काफी समय से जीर्ण-शीर्ण हालत में पहुंच चुके सैकड़ों साल पुराने सत्तिन माता के मंदिर को कुछ भक्तों ने भव्य रूप में …
बाराबंकी। जनपद क्षेत्र में अनेक मंदिर जो काफी पुराने है, जिनका धार्मिक और संस्कारिक महत्त्व होने के बावजूद बदहाल स्थिति में होने के बावजूद उनका पुरसा लेने वाला कोई नहीं। वहीं शहर में काफी समय से जीर्ण-शीर्ण हालत में पहुंच चुके सैकड़ों साल पुराने सत्तिन माता के मंदिर को कुछ भक्तों ने भव्य रूप में निर्माण कराया है, जिसमें स्थापना का दिन नवरात्रि में तय किया गया है।
शहर के रसूलपुर मोहल्ले में स्थित श्री नवदुर्गा सत्तिन देवी मंदिर दीर्घा काल से लोगों की आस्था का केन्द्र रहा है। यह जन्म से लेकर मृत्युपरान्त तक के संस्कार किये जाने की मान्यता है। शहर के मुख्य मंदिरों में इसका महत्त्व काफी पुराना रहा है, यहां विराजमान सत्तिन मां की कथा भी प्रचलित है। यही वह वजह है कि भक्तों को यहां आकर अनूठी शांति का अनुभव होता है।
सैकड़ों साल पुराना सत्तिन माता का मंदिर देखभाल के अभाव में धीरे-धीरे जीर्ण-शीर्ण अवस्था में पहुंच गया था। शहर के कुछ लोगों की आपसी राय से बिना किसी योजना के शुरू किए गए निर्माण से लोग जुड़ते चले गए और श्री नवदुर्गा सत्तिन देवी मंदिर समिति बनने के साथ बीते साल दिसम्बर 2020 में शुरू हुआ मंदिर निर्माण अब भव्यरूप ले चुका है।
माता के मंदिर में पंचमुखी हनुमान, शिव परिवार और भैरव जी का स्थान है। इसके अतिरिक्त स्नानागर आदि की भी मंदिर परिसर में व्यवस्था समिति की सूझबूझ का परिणाम है। शारदीय नवरात्रि की चतुर्थी, आगामी दस अक्टूबर को मंदिर में मूर्ति स्थापना के साथ विशाल भंडारे का आयोजन श्री नव दुर्गा सत्तिन देवी मंदिर समिति द्वारा किया जाएगा। मंदिर का लुभावना रूप देख कर भक्तों में ख़ुशी का माहौल है।