बरेली: करोड़ों खर्च होने के बावजूद नहीं सुधर रही सफाई व्यवस्था, निरीक्षण में खुली पोल

बरेली, अमृत विचार। स्मार्ट सिटी में सफाई व्यवस्था और विकास कार्यों पर नगर निगम करोड़ों रुपए खर्च कर रहा है। इसके बावजूद भी शहर में सफाई व्यवस्था दिखाई नहीं देती। इतना ही नहीं, निर्माण कार्यों में भी सुधार नहीं हुआ है। हालात यह हो चुके है कि जरा सकी बरसात में ही निर्माण ढह जा …
बरेली, अमृत विचार। स्मार्ट सिटी में सफाई व्यवस्था और विकास कार्यों पर नगर निगम करोड़ों रुपए खर्च कर रहा है। इसके बावजूद भी शहर में सफाई व्यवस्था दिखाई नहीं देती। इतना ही नहीं, निर्माण कार्यों में भी सुधार नहीं हुआ है। हालात यह हो चुके है कि जरा सकी बरसात में ही निर्माण ढह जा रहे है। सड़कों से लेकर नालों की सफाई ठेके पर दे रखी है, सड़क, खड़ंजा, नाली, नाले का निर्माण भी हो रहा लेकिन इनकी गुणवत्ता लगातार बिगड़ रही है। ऐसे में निर्माण कार्यों में जेई, सफाई व्यवस्था में सफाई निरीक्षकों की भूमिका पर सवाल खड़े हो गए हैं।
दरअसल, स्मार्ट सिटी से लेकर अमृत योजना, 15वें वित्त आयोग के बजट और नगर निगम, बीडीए, जल निगम विकास कार्यों पर मोटी रकम खर्च कर रहा है। नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. अशोक कुमार ने बताया कि मुख्य सफाई निरीक्षक एमपीएस राठौर ने जोन 3 के वार्ड 46, 49 का औचक निरीक्षण किया था। हाटमैन रामलीला ग्राउंड तिराहे व उसके कार्यालय के नजदीक रोड पर गंदगी मिली। रोड साइड पर घास उगी मिली। सफाई नायक से पूछा तो उन्होंने बताया कि 2-3 दिन से कर्मचारी रूक नहीं रहे है। इसके बाद न्यू आजाद पुरम में गंदगी मिली।
न्यू फैमली बाजार के सामने नाली में गंदगी पाई गई। बाकी जगहों पर भी सफाई व्यवस्था ठीक नहीं मिली। नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि इस संबंध में सफाई नायक से स्पष्टीकरण मांगे हैं। वहीं दूसरी तरफ नगर निगम और बीडीए के निर्माण कार्यों की गुणवत्ता पर भी तमाम सवाल खड़े हो गए हैं। पिछले दिनों नगर आयुक्त अभिषेक आनंद ने विकास कार्यों का निरीक्षण किया था। इंजीनियरों से लेकर ठेकेदारों को विकास कार्यों की गुणवत्ता बेहतर करने के निर्देश दिए थे।