बरेली: पोषण पुर्नवास केंद्र में भी बुखार से पीड़ित बच्चों की भरमार

बरेली, अमृत विचार। कोरोना के बाद वायरल बुखार का कहर जारी है। बड़ी संख्या में लोग सर्दी, खांसी एवं बुखार से पीड़ित हैं। उल्टी-दस्त की भी शिकायतें सामने आ रही हैं। वहीं, जिला अस्पताल स्थित पोषण पुर्नवास केंद्र (एनआरसी) में भी वायरल बुखार की चपेट में आ रहे नवजात भर्ती हो रहे हैं। वर्तमान में …
बरेली, अमृत विचार। कोरोना के बाद वायरल बुखार का कहर जारी है। बड़ी संख्या में लोग सर्दी, खांसी एवं बुखार से पीड़ित हैं। उल्टी-दस्त की भी शिकायतें सामने आ रही हैं। वहीं, जिला अस्पताल स्थित पोषण पुर्नवास केंद्र (एनआरसी) में भी वायरल बुखार की चपेट में आ रहे नवजात भर्ती हो रहे हैं। वर्तमान में एनआरसी वार्ड में कुल नौ नवजात भर्ती हैं। जिसमें से छह नवजात 10-15 दिनों से वायरल बुखार की चपेट में है।
एनआरसी की डायटिशियन डा. रोजी जैदी ने बताया कि एनआरसी वार्ड में आने वाले बच्चों को रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने के चलते वायरल बुखार से सतर्कता बेहद आवश्यक है। वर्तमान में ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों से आंगनबाड़ी व आशा कार्यकर्ताओं की ओर से नवजात के तीमारदार बुखार की शिकायत लेकर आते हैं, स्थिति को देखते हुए उन्हें आवश्यकता पड़ने पर एनआरसी वार्ड में भर्ती किया जा रहा है। एनआरसी वार्ड में नवजातों की डेंगू, मलेरिया व वायरल बुखार से बचाने के लिए पूरी सर्तकता बरती जा रही है। नवजातों की स्थिति फिलहाल अभी नियंत्रण में है। वहीं, सोमवार को बच्चा वार्ड में 150 बच्चों की ओपीडी हुई, जिसमें से 115 बच्चों को बहुत दिनों से बुखार की शिकायत की बात अधिकांशतया थी। फिजिशियन डा. वैभव शुक्ला ने बताया कि संदिग्ध लक्षणों को देखते हुए परामर्श व अन्य आवश्यक जांचे लिख परामर्श दिया गया। गंभीर मरीजों को बच्चा वार्ड में भर्ती भी किया गया।
वायरल है, कोरोना नहीं, लेकिन एहतियात आवश्यक : बाल रोग विशेषज्ञ
जिला अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ डा. कर्मेंद्र का कहना है कि मानसून के बाद वायरल का खतरा बढ़ जाता है। लोग वायरल होने पर कोरोना के बारे में सोच कर डर जाते हैं। डरे नहीं, एहतियात बरतें। बुखार के लक्षण होने पर कोरोना का टेस्ट जरूर कराएं। समय से जांच हो जाने से मरीज स्वस्थ हो सकता है। लोग संक्रामक बीमारी से बचने का पूरा प्रयास करें। बच्चों को बुखार आने पर बिल्कुल लापरवाही न करें। बच्चों में लक्षण दिखने पर तुरंत डाक्टर से परामर्श लेकर एहतियात अवश्य बरतें।
अभिभावकों को ये दिए गए सुझाव
बच्चों को गंदे पानी में जाने से रोका जाए, उनको साफ व उबाला हुआ पानी दें।
गर्म खाना खिलाएं। बासी भोजन से परहेज करें।
बच्चों को साफ सुथरा रखें, खाना ढक कर रखें, बर्तन व साफ पानी उबाल कर पीए
अगर सर्दी खांसी-बुखार हो तो सीधे चिकित्सक से मिलें।