बरेली: मूल्यांकन से पहले परीक्षकों के सामने चुनौती

बरेली: मूल्यांकन से पहले परीक्षकों के सामने चुनौती

बरेली, अमृत विचार। महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय में स्नातक व परास्नातक की मुख्य परीक्षाओं का मूल्यांकन शुरू हो चुका है। ऐसे में परीक्षकों के सामने उत्तर पुस्तिकाओं का सही से मूल्यांकन करने की चुनौती है। कारण मूल्यांकन में 20 फीसदी से अधिक अंक बदलाव होने पर परीक्षक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। परीक्षा नियंत्रक …

बरेली, अमृत विचार। महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय में स्नातक व परास्नातक की मुख्य परीक्षाओं का मूल्यांकन शुरू हो चुका है। ऐसे में परीक्षकों के सामने उत्तर पुस्तिकाओं का सही से मूल्यांकन करने की चुनौती है। कारण मूल्यांकन में 20 फीसदी से अधिक अंक बदलाव होने पर परीक्षक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। परीक्षा नियंत्रक अशोक कुमार अरविंद ने गुरुवार को चुनौती मूल्यांकन को लेकर तीनों मूल्यांकन केंद्र के समन्वयकों को निर्देश जारी किए हैं। साथ ही परीक्षा भवन में मूल्यांकन केंद्र का निरीक्षण कर व्यवस्थाएं भी देखीं।

परीक्षा नियंत्रक ने मूल्यांकन समन्वयक प्रो. केके महेश्वरी, प्रो. संतोष अरोरा व डा. आलोक श्रीवास्तव को निर्देश दिए हैं कि 28 नवंबर को कुलाधिपति के अपर सचिव ने चुनौती मूल्यांकन की नई व्यवस्था लागू करने के निर्देश दिए थे। इसके तहत चुनौती मूल्यांकन में प्राप्त अंकों से 20 फीसदी से अधिक अंक बदलाव होने पर मूल परीक्षक को नोटिस दिया जाएगा। परीक्षक के तीन से अधिक प्रकरण एक ही प्रश्नपत्र में होने पर उनका पूरा मूल्यांकन पारिश्रमिक रोक दिया जाएगा।

इसके अलावा पांच से अधिक प्रकरण आने पर दो साल के लिए परीक्षा संबंधी कार्यों से हटा दिया जाएगा। 10 से अधिक प्रकरण होने पर परीक्षक की निजी विवरण पुस्तिका में प्रतिकूल टिप्पणी दी जाएगी। ऐसे में परीक्षक निर्देशों का पालन करते हुए ही मूल्यांकन करें। कुलपति प्रो. केपी सिंह ने बताया कि मूल्यांकन में किसी तरह की गड़बड़ी नहीं होनी चाहिए। इस संबंध में जरूरी निर्देश दिए गए हैं।