बरेली: 45 हजार जांच के सापेक्ष जिले में अब तक महज 7 संक्रमित

बरेली, अमृत विचार। आईसीएमआर भले ही जल्द ही तीसरी लहर आने की आशंका जताई जा रही है, लेकिन जिले में कोरोना संक्रमण फिलहाल काबू में है। जिले में पिछले दस दिन में स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार करीब 45 हजार से अधिक कोरोना की जांच हुई। इनमें से महज सात लोगों में ही कोरोना …
बरेली, अमृत विचार। आईसीएमआर भले ही जल्द ही तीसरी लहर आने की आशंका जताई जा रही है, लेकिन जिले में कोरोना संक्रमण फिलहाल काबू में है। जिले में पिछले दस दिन में स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार करीब 45 हजार से अधिक कोरोना की जांच हुई। इनमें से महज सात लोगों में ही कोरोना संक्रमण की पुष्टि हो हुई है। विभागीय अधिकारियों के अनुसार इनमे से कुछ दिन तो ऐसे भी थे जिनमें हजार के करीब जांचों में एक भी संक्रमित नहीं निकला। जिला सर्विलांस अधिकारी डा. अशोक कुमार ने बताया कि तीसरी लहर को लेकर भी तैयारियां शुरू की जा चुकी है। जल्द ही स्वास्थ्य विभाग व आमजन के सहयोग से तीसरी लहर से लड़ने में सफल होंगे।
सबसे ज्यादा हो रही आरटीपीसीआर की जांच
जिले में कोरोना की जांच के लिए एंटीजन, ट्रुनॉट व आरटीपीसीआर तीन माध्यम से जांचे हो रही है। रोज होने वाली जांचों में सबसे ज्यादा आरटीपीसीआर से हो रही है। विभागीय आंकड़ों के अनुसार औसत 4500 जांचों में 2000- 2500 से ज्यादा सैंपल लिए जाते है। इसके बाद एंटीजन रिपोर्ट से जांच हुई। एक फीसद से भी कम लोगों ने ट्रुनॉट से सैंपलिंग कराई। विशेषज्ञों के अनुसार उत्तराखंड व अन्य राज्यों में प्रवेश के लिए एंटीजन की रिपोर्ट निगेटिव होना आवश्यक है।
पिछले 10 दिन में रोज हो रही औसतन 4500 जांच
जिला अस्पताल के अलावा 300 बेड कोविड अस्पताल में भी कोविड जांच की जाती है। मेडिकल मोबाइल यूनिट के जरिए जिले के अलग-अलग स्थानों पर नि:शुल्क कोविड जांच की जा रही है। पिछले दिन में हुई जांचों के औसतन 4500 जांच रोजाना हो रही है।
रोजाना हो रही जांचों पर एक नजर
- माह जांचे
- 25 जुलाई 3079
- 26 जुलाई 4497
- 27 जुलाई 5427
- 28 जुलाई 5503
- 29 जुलाई 4496
- 30 जुलाई 4599
- 31 जुलाई 4258
- 1 अगस्त 4317
- 2 अगस्त 4229
(नोट: ये सभी आंकड़े स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार है।)
कोरोना संक्रमण से निजात पाने के लिए टीम लगातार सुधार की दिशा में काम कर रही है। संक्रमितों की संख्या में पिछले एक माह से नियंत्रण में है। इसके साथ ही टीकाकरण में गति भी एक सकारात्मक संदेश है। -डा. अशोक कुमार, जिला सर्विलांस अधिकारी।