अमरोहा: ए-दोस्त इब्ने साक़िये कौसर हुसैन है, जाने बतूल सिब्ते पयम्बर हुसैन हैं…

अमरोहा, अमृत विचार। अंजुमन तहफ्फुज़े अज़ादारी के तत्वावधान में नौ जोड़ियों का जुलूस मौहल्ला बड़ा दरबार स्थित अजाखाना शम्स अली खां से बरामद हुआ। जिसमें हजारों लोगों ने शिरकत की। जोड़ियों का यह जुलूस चार बजे बरामद हुआ। जोड़ियों के पीछे अजादार मशहूर मुनाकिब ए दोस्त इब्ने साकिये कौसर हुसैन हैं, पढ़ते हुये चल रहे …
अमरोहा, अमृत विचार। अंजुमन तहफ्फुज़े अज़ादारी के तत्वावधान में नौ जोड़ियों का जुलूस मौहल्ला बड़ा दरबार स्थित अजाखाना शम्स अली खां से बरामद हुआ। जिसमें हजारों लोगों ने शिरकत की। जोड़ियों का यह जुलूस चार बजे बरामद हुआ।
जोड़ियों के पीछे अजादार मशहूर मुनाकिब ए दोस्त इब्ने साकिये कौसर हुसैन हैं, पढ़ते हुये चल रहे थे जोड़ियों का यह जुलूस अजाखाना मौहम्मद युसूफ मंडी चौब, बड़ा बाजार, जट बाज़ार होता हुआ कटकुई स्थित अजखाना दोस्त अली पहुंचा, जहां अज़ादारों ने नज़रे हुसैन पेश की और जोड़ियों को उनके खास मक़ाम पर रखा ऐ दोस्त इब्ने साकिये कौसर हुसैन हैं, जाने बतूल सिब्ते पयम्बर हुसैन हैं, हज़रते हसन का बरामद हुसैनप हैं, मुख्तार कारखाना-ए-दावर हुसैन हैं, हम आसियों का शाफा-ए- महशर हुसैन हैं।
जुलूस के आगे हुसैनी बाजा था, उसके पीछे अजादार जोड़िया उठाकर चल रहे थे, जगह-जगह जुलूस का फूल मालाओं से स्वागत किया गया। जुलूस का संचालन अन्जुमने असगरी दरबारे कलां कर रही थी। जुलूस अन्जुमन तहफ्फुजे़ अज़ादारी के तत्वावधान में निकाला गया।
ये भी पढ़ें:- रामपुर : अज्ञात वाहन ने किशोरों को कुचला, तीन घायल