यूपी: मुख्यमंत्री योगी के ‘एक्शन’ के बाद भी पीडब्ल्यूडी विभाग में तबादलों का खेल भी जारी

यूपी: मुख्यमंत्री योगी के ‘एक्शन’ के बाद भी पीडब्ल्यूडी विभाग में तबादलों का खेल भी जारी

लखनऊ। लोक निर्माण विभाग में ट्रांसफर नीति समाप्त होने के बाद भी बैकडेट में संशोधन कराकर मलाईदार पद पाने का खेल अभी भी जारी है। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सख्त कार्रवाई के निर्देश और ट्रांसफर में गड़बड़ी पर विभागीय मंत्री के निजी सचिव, विभाग के विभागध्यक्ष, स्टाफ अफसर समेत पांच कर्मचारी निलंबित होने …

लखनऊ। लोक निर्माण विभाग में ट्रांसफर नीति समाप्त होने के बाद भी बैकडेट में संशोधन कराकर मलाईदार पद पाने का खेल अभी भी जारी है। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सख्त कार्रवाई के निर्देश और ट्रांसफर में गड़बड़ी पर विभागीय मंत्री के निजी सचिव, विभाग के विभागध्यक्ष, स्टाफ अफसर समेत पांच कर्मचारी निलंबित होने के बाद भी पीडब्ल्यूडी में मनमाफिक स्थानांतरण कराने का सिलसिला अभी भी थमने का नाम नहीं ले रहा है।

प्रधान सहायक से लेकर वरिष्ठ सहायक पद पर 10 वर्षों से एक ही पटल पर तैनात तीन दर्जन से अधिक कर्मचारी मुख्य अभियंता (मध्य क्षेत्र) के साथ सांठ-गांठ कर अपना पद उसी पटल पर बरकरार रखने में सफल हैं, जिनका पहली सूची में नाम था। ये सभी अपना संशोधन कराकर तबादला रुकवा लिये हैं।

गौरतलब है कि लोक निर्माण विभाग में शासन की ओर जारी स्थानांतरण नीति 2021-22 खुला उल्लंघन किया गया है। जिले में तीन साल और मंडल में सात साल की सेवा के बाद ही स्थानांतरण नहीं किया गया है। मंडलीय स्थानांतरण के कई मामले ऐसे हैं, जिसमें उसी मंडल में फिर से तैनाती दे दी गई। गौर करने वाली बात तो यह है कि प्रधान सहायक और वरिष्ठ सहायक लिपिक का पटल परिवर्तन करने के आदेश का पालन ही नहीं किया गया। ये सभी पहले जिस पटल पर थे वहीं तैनात हैं।

शासन ने पीडब्ल्यूडी में स्थानांतरण समयावधि को दस दिन के लिए बढ़ाया गया था जिसकी निर्धारित अवधि 10 जुलाई थी। ऐसे में स्थानातंरण का निर्धारित समय बीतने के बाद भी 8 जुलाई बैक डेट में एक दर्जन से अधिक कर्मियों का संशोधन कर ट्रांसफर रोक दिया गया है। कर्मचारी अपने मलाईदार पद पर काबिज हैं। विभाग के जानकारों का कहना है कि सारा खेल पीडब्ल्यूडी मुख्य अभियंता मध्य क्षेत्र लखनऊ मण्डल आरके हरदहा, मुख्य अभियंता मध्य क्षेत्र के कार्मिक राजकुमार और अंजुम परवीन की मिलीभगत से किया गया है। राजकुमार प्रधान सहायक और अंजुम परवीन प्रशासनिक अधिकारी हैं जिनके पास दो जगह का चार्ज है।

विभागीय लोगों का कहना है कि मुख्य अभियंता मध्य क्षेत्र 31 जुलाई को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। ऐसे में मुख्य अभियंता शासन की ट्रांसफर नीति की खुलेआम, बिना किसी भय के नियम विरुद्ध ट्रांसफर करवा रहे हैं, जिस पर विभागीय मंत्री से लेकर शासन के अधिकारी जानकर अंजान बने हुए हैं। लोक निर्माण विभाग में ट्रांसफर को लेकर जिम्मेदार अधिकारी ने शासन की नीति का पालन नहीं किया, यही वजह है कि स्थानातंरण में भ्रष्टाचार का बड़ा खेल उजागर हुआ है। प्रधान सहायक से वरिष्ठ सहायक अपने रसूख पकड़ के चलते एक दशक से एक ही पदों पर तैनात हैं।

यह है सूची जो 10 वर्ष से एक पटल पर हैं तैनात
खण्ड विद्युत-1
— अजीत कुमार वरिष्ठ सहायक
— आनंद कुमार, वरिष्ठ सहायक
— संगीता त्रिपाठी, वरिष्ठ सहायक
— संजय आर्या, वरिष्ठ सहायक
खण्ड विद्युत अस्थाई खण्ड
— संतोष कुमार, प्रशासनिक अधिकारी
– सरबजीत सिंह कोहली, प्रधान सहायक
– जलीस खान, वरिष्ठ सहायक
खण्ड विद्युत-2
हेमंत गुजर—प्रधान सहायक
मनीष श्रीवास्तव—वरिष्ठ सहायक
इमाम—वरिष्ठ सहायक
निर्माण खण्ड-1
राजेश कुमार—वरिष्ठ सहायक
विनोद यादव —वरिष्ठ सहायक
मोहसिन खान—वरिष्ठ सहायक
संतोष कुमार—वरिष्ठ सहायक
निर्माण खण्ड 2
राजीव जयसवाल—वरिष्ठ सहायक
आलोक कुमार—वरिष्ठ सहायक
रविन्द्र कुमार यादव—वरिष्ठ सहायक
सुनीत कुमार—वरिष्ठ सहायक
मंसूर अली—वरिष्ठ सहायक
ज्योति पाण्डे—वरिष्ठ सहायक
प्रांतीय खण्ड
देवानंद पाल—वरिष्ठ सहायक
दीप सिंह—वरिष्ठ सहायक
नवीन श्रीवास्तव—वरिष्ठ सहायक
हरीश रावत—वरिष्ठ सहायक
तलहा—उर्दू अनुवादक
अरविन्द कुमार—वरिष्ठ सहायक
कमल गुप्ता—वरिष्ठ सहायक
चंद्रशेखर सोनकर—प्रशासनिक अधिकारी
जितेन्द्र यादव—वरिष्ठ सहायक
विनोद—वरिष्ठ सहायक
ऒम प्रकाश—वरिष्ठ सहायक
अभय श्रीवास्तव—वरिष्ठ सहायक
देवेन्द्र कुमार— वरिष्ठ सहायक
राष्ट्रीय मार्ग—
अभिषेक तिवारी—वरिष्ठ सहायक

इनका संशोधन कर किया गया खेल

—विजय राय,प्रधान सहायक

—संजय आर्या,प्रधान सहायक

—अमित शर्मा,प्रधान सहायक

—शाहिद,प्रधान सहायक

—अरविन्द कुमार नंदा ,वरिष्ठ सहायक का लखीमपुर राष्ट्रीय मार्ग से सीतापुर राष्ट्रीय मार्ग

—भूपेन्द्र निगम,वरिष्ठ सहायक सीडी—2, लखनऊ से सिविल अनुरक्षण खण्ड 1, लखनऊ ।

लोक निर्माण विभाग में हुये प्रधान सहायक व वरिष्ठ सहायक के ट्रांसफर की जांच कराई जायेगी जो भी नियमविरुद्ध पाया गया उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी । संबंधित जिम्मेदार अधिकारी के खिलाफ भी कार्रवाई की जायेगी… एसपी सिंघल, विभागध्यक्ष विकास लोनिवि।

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