आज का इतिहास: हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है आज का दिन, जानिए 14 सितंबर की प्रमुख घटनाएं

नई दिल्ली। हिंदी उन भाषाओं में शुमार है जो दुनिया में सबसे ज्यादा बोली और समझी जाती हैं। महात्मा गांधी ने कहा था कि हिंदी जनमानस की भाषा है और इसे देश की राष्ट्रभाषा बनाने की सिफारिश भी की थी। हिंदी को 14 सितंबर 1949 को राजभाषा का दर्जा दिया गया, लिहाज़ा इस दिन को …

नई दिल्ली। हिंदी उन भाषाओं में शुमार है जो दुनिया में सबसे ज्यादा बोली और समझी जाती हैं। महात्मा गांधी ने कहा था कि हिंदी जनमानस की भाषा है और इसे देश की राष्ट्रभाषा बनाने की सिफारिश भी की थी। हिंदी को 14 सितंबर 1949 को राजभाषा का दर्जा दिया गया, लिहाज़ा इस दिन को हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है। संविधान सभा ने देवनागरी लिपि वाली हिंदी के साथ ही अंग्रेजी को भी आधिकारिक भाषा के रूप में स्वीकार किया, लेकिन 1949 में आज ही के दिन संविधान सभा ने हिंदी को ही भारत की राजभाषा घोषित किया। हालांकि पहला हिंदी दिवस 14 सितंबर 1953 को मनाया गया।

देश दुनिया के इतिहास में 14 सितंबर की तारीख में दर्ज अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्यौरा

1833 : विलियम वेंटिक, पहले गवर्नर जनरल के तौर पर भारत आए।
1901 : अमेरिकी राष्ट्रपति विलियम मैकेंजी की गोली मारकर हत्या।
1917 : रूस को आधिकारिक तौर पर गणतंत्र घोषित किया गया।
1949 : संविधान सभा ने हिंदी को भारत की आधिकारिक भाषा का दर्जा दिया।
1959 : सोवियत संघ का अंतरिक्ष यान पहली बार चंद्रमा की सतह पर उतरा।
1960 : खनिज तेल उत्पादक देशों ने मिलकर ओपेक की स्थापना की।
1998 : माइक्रोसॉफ्ट, जनरल इलेक्ट्रिक को पीछे छोड़कर दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी बनी।
2000 : माइक्रोसॉफ्ट ने विंडोज एम.ई. लांच किया।
2001 : अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी ओसामा बिन लादेन को पकड़ने के अभियान के लिए अमेरिका में 40 अरब डॉलर मंजूर किए गए।
2000 : प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने अमेरिकी सीनेट के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को सम्बोधित किया।
2007 : जापान ने तानेगाशिया स्थित प्रक्षेपण केन्द्र से पहला चन्द्र उपग्रह एच-2ए प्रक्षेपित किया ।
2008 : रूस के पेर्म हवाई अड्डे पर एअरोफ़्लोत का विमान दुर्घटनाग्रस्त। विमान में सवार सभी 88 लोगों की मौत।
2009 : भारत ने श्रीलंका को 46 रन से हराकर त्रिकोणीय सीरीज का कॉम्पैक कप जीता।
2009 : भारत के लिएण्डर पेस और चेक गणराज्य के लुकास लोही ने महेश भूपति और मार्क नोल्स की जोड़ी को हराकर यू. एस. ओपन के पुरुष युगल का ख़िताब जीता।
2016 : पैरा ओलंपिक खेलों में भारत के पदकों का आंकड़ा चार पर पहुंचा।

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