पितरों
उत्तर प्रदेश  कानपुर 

कानपुर: पितरों ने बंधक बने ‘विमलेश’ को छुड़ाया, आचार्य ने बताया क्यों पितृपक्ष में ही खुला मामला

कानपुर: पितरों ने बंधक बने ‘विमलेश’ को छुड़ाया, आचार्य ने बताया क्यों पितृपक्ष में ही खुला मामला अभिषेक वर्मा, कानपुर। हिंदू धर्म में पितृपक्ष का बहुत महत्व है। इन दिनों में पितरों का तर्पण, श्राद्ध और पिंडदान किया जाता है। विधि-विधान से करने से कई दोषों से मुक्ति मिलती है। लेकिन जब हम शास्त्रों के नियम के विरुद्ध कोई काम करते हैं तो यही पितृ हमें दंड देने के अधिकारी भी बन …
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धर्म संस्कृति 

पितरों का आशीर्वाद लें, टल जाएंगे सभी संकट

पितरों का आशीर्वाद लें, टल जाएंगे सभी संकट हल्द्वानी, अमृत विचार। भारतीय संस्कृति में पूर्वजों को खुश करने के लिए श्राद्ध करना बहुत ही आवश्यक है। कहा जाता है कि यदि श्राद्ध पक्ष में पितरों को तर्पण और पिंडदान नहीं किया गया तो उनकी आत्मा को शांति नहीं मिल पाती है और उनके परिजन भी हमेशा कष्ट में रहते हैं। आज नवमी का …
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उत्तर प्रदेश  लखीमपुर खीरी 

लखीमपुर-खीरी: पितरों को तारे कौन, यहां तो जीते जी अपनों ने भेज दिया वृद्धाश्रम

लखीमपुर-खीरी: पितरों को तारे कौन, यहां तो जीते जी अपनों ने भेज दिया वृद्धाश्रम लखीमपुर-खीरी, अमृत विचार। यह महीना पित्रपक्ष का है लोग अपने पित्रों को तारने के लिए पिंडदान और श्राद्धकर्म करते हैं लेकिन इसी समाज में तमाम ऐसे अभागे लोग भी हैं जो अपने परिवार से दूर वृद्धाश्रम में रहने को विवश है। परिवारिक सहनशीलता का कम होना आज परिवार के वृद्धों पर भारी पड़ रहा है। …
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धर्म संस्कृति 

20 सितंबर से शुरू होगा पितृपक्ष, जानें किस तिथि में कौन सा पड़ेगा श्राद्ध

20 सितंबर से शुरू होगा पितृपक्ष, जानें किस तिथि में कौन सा पड़ेगा श्राद्ध हिंदू धर्म में पितृ पक्ष को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। इसकी शुरुआत भाद्रपद मास की पूर्णिमा तिथि से होती है और समाप्ति आश्विन अमावस्या के दिन होगी। इन दिनों में पूर्वजों और पितरों की आत्मा की तृप्ति के लिए श्राद्ध कर्म एवं पिंड दान किया जाता है। इन दिनों श्रद्धा पूर्वक पितृों की सेवा …
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धर्म संस्कृति 

पितरों को स्मरण का दिन आज से शुरू

पितरों को स्मरण का दिन आज से शुरू लखनऊ। हिंदू मान्यताओं के अनुसार पितरों को स्मरण करने का दिन पितृ पक्ष आज से शुरू हो गया है जो 17 सितम्बर तक चलेगा। इस अवधि में पितरों को तर्पण, पिंड दान और श्राद्ध किया जाता है। भाद्रपद पूर्णिमा से अश्विन अमावस्या तक श्राद्ध पक्ष या पितृ पक्ष होता है। श्राद्ध पक्ष में जिस तिथि …
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