ईस्ट इंडिया कंपनी
<% catList.forEach(function(cat){ %>
<%= cat.label %>
<% }); %>
<%- node_title %>
Published On
By <%= createdBy.user_fullname %>
<%= node_description %>
<% } %>
Read More...
<%- node_title %>
Published On
By <%= createdBy.user_fullname %>
<% if(node_description!==false) { %>
<%= node_description %>
<% } %>
<% catList.forEach(function(cat){ %>
<%= cat.label %>
<% }); %>
Read More...
आज का इतिहास: आज ही के दिन ईस्ट इंडिया कंपनी ने कुर्ग राज्य पर किया कब्जा, जानें 06 मई की प्रमुख घटनाएं
Published On
By Moazzam Beg
नई दिल्ली। भारतीय एवं विश्व इतिहास में 06 मई की महत्वपूर्ण घटनाएं इस प्रकार है। 1663-प्रसिद्ध नाटककार थॉमस किलिग्रू द्वारा निर्मित रायल थियेटर की लंदन में शुरुआत। 1834-ईस्ट इंडिया कम्पनी ने कुर्ग राज्य पर कब्जा किया। 1861-प्रसिद्ध बांग्ला कवि, कहानीकार,...
Read More...
31 दिसंबर : महारानी एलिजाबेथ प्रथम ने ईस्ट इंडिया कंपनी के पंजीयन के लिए फरमान जारी किया था, जानिए आज का इतिहास
Published On
By Himanshu Bhakuni
नई दिल्ली। भारत के इतिहास से 31 दिसंबर के दिन का गहरा नाता है। यही वह दिन है, जब वर्ष 1600 में इंग्लैंड की महारानी एलिजाबेथ प्रथम ने ईस्ट इंडिया कंपनी के पंजीयन के लिए फरमान जारी किया था। महारानी...
Read More...
जब ईस्ट इंडिया कंपनी ने टकसाल में ढाला था एक रुपए का सिक्का, जानें भारत के पहले सिक्के की कहानी
Published On
By Amrit Vichar
नई दिल्ली। सिक्के की खनक और सिक्के के दो पहलू जैसे बहुत से जुमले हम रोजमर्रा की भाषा में इस्तेमाल करते हैं, लेकिन आज हर किसी की जेब में खनकने वाले सिक्कों को पहले पहल कब और किसने बनाया यह इतिहास के पन्नों में दर्ज है। साल 1757 में 19 अगस्त को ईस्ट इंडिया कंपनी …
Read More...
12 अगस्त : शाह आलम द्वितीय से दोस्ती कर ईस्ट इंडिया कंपनी ने शासन में रखी दखल की नींव
Published On
By Amrit Vichar
नई दिल्ली। व्यापारिक इरादे से भारत आई ईस्ट इंडिया कंपनी ने देश को गुलाम बना लिया था। यह वही कंपनी है जिसने एक समय में भारत देश पर राज किया। सन 1600 ईसवीं के आस-पास भारत में आई इस कंपनी ने सैकड़ों साल तक हमारे देश पर शासन किया। यहां की आपसी मतभेद, आपसी लड़ाई …
Read More...
मुगल बादशाह औरंगजेब के सामने माफी मागने को मजबूर हुए थे अंग्रेज सैनिक
Published On
By Amrit Vichar
सितंबर 1690 जब अंग्रेजों के दूतों को हाथ बांधकर और दरबार के फर्श पर लेटकर मुगल बादशाह औरंगज़ेब से माफी मांगनी पड़ी थी। सिराजुद्दौला और टीपू सुल्तान पर जीत हासिल करने से पहले ईस्ट इंडिया कंपनी ने औरंगजेब आलमगीर से भी जंग लड़ने की कोशिश की थी लेकिन इसमें बुरी हार का सामना करना पड़ा। …
Read More...