Aarti Pranay
साहित्य 

सरप्राइज़

सरप्राइज़ कूरियर वाला घर के बाहर की टेबल पर शादी का कार्ड छोड़ गया था। मैं नहाकर निकली तो नाम देखकर मैं दो मिनट के लिए सुन्न रह गई। ‘रवि वेड्स कोमल’! मेरी आंखों के सामने शामली का चेहरा आ गया। अभी कुछ महीनों पहले ही तो मिली थी उससे। पागलों की तरह तारीफ़ कर रही …
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