सीतापुर अनाज घोटाला : अफसरों ने खंगाले दस्तावेज, कई और जिम्मेदारों की भूमिका संदिग्ध

सीतापुर अनाज घोटाला : अफसरों ने खंगाले दस्तावेज, कई और जिम्मेदारों की भूमिका संदिग्ध

सीतापुर। सीतापुर के नेरी कलां स्थित राज्य भंडारण निगम गोदाम से करोड़ों के हुए घोटाले को लेकर सोमवार को एक उच्चस्तरीय विभागीय टीम ने गोदाम पहुंच कर जांच पड़ताल की है। इससे पूर्व भी यहां दिल्ली की एक टीम जांच कर चुकी है। इस अनाज घोटाले को लेकर अभी कई और जिम्मेदारों की गर्दन फंस …

सीतापुर। सीतापुर के नेरी कलां स्थित राज्य भंडारण निगम गोदाम से करोड़ों के हुए घोटाले को लेकर सोमवार को एक उच्चस्तरीय विभागीय टीम ने गोदाम पहुंच कर जांच पड़ताल की है। इससे पूर्व भी यहां दिल्ली की एक टीम जांच कर चुकी है। इस अनाज घोटाले को लेकर अभी कई और जिम्मेदारों की गर्दन फंस सकती है। जांच करने पहुंची टीम ने भी इसकी पुष्टि की है।

जांच टीम ने नेरी कलां स्थित गोदाम पहुंच कर वहां के जिम्मेदारों से दस्तावेज तलब किए और उनकी गहनता से पड़ताल की है। इस मामले में आरोपी प्राविधिक सहायक अशोक कुमार के खिलाफ पहले ही रामकोट थाने में मुकदमा दर्ज कराया जा चुका है। जानकारी हो कि जिले के रामकोट इलाके के नेरी कलां में स्थित राज्य भंडारण निगम गोदाम से करोड़ों की कीमत का हजारों बोरा अनाज घपलेबाजी कर जिम्मेदारों द्वारा बेंच दिया गया।

इस घोटाले की भनक लगते ही अमृत विचार ने खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। मामला सुर्खियों में आने के बाद भंडारण निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक संजीव कुमार द्वारा रामकोट थाने में नेरी कलां गोदाम पर तैनात प्राविधिक सहायक अशोक कुमार के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया था। तब से इस मामले की कई स्तर पर जांच शुरू हुई है।

सूत्रों का कहना है कि कुछ दिन यहां दिल्ली की एक टीम जांच करने आई थी। उसके बाद सोमवार को फिर लखनऊ के कुछ अधिकारियों के नेतृत्व में टीम गोदाम पर पहुंची। टीम के पहुंचने से गोदाम के कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। जांच करने गए अफसरों ने घोटाले के समय के कई दस्तावेज तलब किए। दस्तावेजों में अनाज को लेकर दर्ज स्टाक आदि का मिलान किया। कुछ अधिकारियों ने गोदाम के आसपास भी जांच की। वहां के कर्मचारियों से भी पूछताछ की गई।

सूत्रों का कहना है कि यदि गहनता से जांच की जाए तो इस मामले में कई और जिम्मेदारों की गर्दनें फंस सकती है। आज जांच करने गई टीम ने पूरे दिन गोदाम से जुड़े दस्तावेज खंगाले। शाम होने पर जांच पड़ताल कर टीम वापस चली गई। जांच करने पहुंची टीम में राज्य भंडारण निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक संजीव कुमार, प्राविधिक अधिकारी श्रीश पांडेय, विरष्ठ भंडार निरीक्षक श्रीकांत शाहू, वरिष्ठ लेखाधिकारी सूरज राय आदि शामिल थे। क्षेत्रीय प्रबंधक ने बताया कि इस मामले में मुकदमा दर्ज कराया जा चुका है। अब विभागीय जांच हो रही है। विभागीय जांच में भी कुछ लोगों को जांच के दायरे में लिया गया है।

इन जिम्मेदारों पर भी आई जांच की आंच

क्षेत्रीय प्रबंधक संजीव कुमार ने बताया कि जांच में कुछ और लोगों को शामिल किया गया है। उनका कहना है कि प्राविधिक सहायक सरोज, व वीरभान, गोदाम सहायक मुकलेश शुक्ला को लेकर भी जांच की जाएगी।

चार्ज लेने से घबराए जिम्मेदार

करोड़ों का अनाज घोटाला होने के बाद विभागीय अधिकारियों ने प्राविधिक सहायक के खिलाफ केस दर्ज करा दिया था। उसके बाद नेरी स्थित गोदाम स्टाफ बदल दिया गया। अब यहां नया स्टाफ है। अब कर्मचारी जिम्मेदारी लेने से घबरा रहे हैं। सोमवार को अधिकारी जांच करने पहुंचे। इस दौरान क्षेत्रीय प्रबंधक ने वहां के एक कर्मचारी को गोदाम का चार्ज लेने के लिए दस्तखत करने को कहा तो कर्मचारी कन्नी काटता नजर आया।

उसने पहले अपनी बीमारी का हवाला देकर जांच लेने से मना कर दिया। उसके बाद क्षेत्रीय प्रबंधक ने उसे बाहर बुलाया और सख्ती बरतते हुए उसे चार्ज लेने को कहा, लेकिन फिर भी कर्मचारी तैयार नहीं हुआ। उसने क्षेत्रीय प्रबंधक से अकेले में बात करने को कहकर वहां से खिसक लिया।

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