कोरोना योद्धाओं के बलिदान और उल्लेखनीय कार्यों का होगा सम्मान, दिल्ली विधानसभा परिसर में बनेगा स्मारक

कोरोना योद्धाओं के बलिदान और उल्लेखनीय कार्यों का होगा सम्मान, दिल्ली विधानसभा परिसर में बनेगा स्मारक

नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा अपने परिसर में डॉक्टरों, नर्सों और पैरामेडिकल स्टाफ, सफाई कर्मचारियों और शिक्षकों सहित ‘कोरोना योद्धाओं’ के लिए एक स्मारक का निर्माण करेगी। विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल ने रविवार को कहा कि यह ‘कोरोना योद्धाओं’ के सर्वोच्च बलिदान और उल्लेखनीय कार्यों का सम्मान होगा। गोयल ने कहा कि स्मारक के अगले …

नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा अपने परिसर में डॉक्टरों, नर्सों और पैरामेडिकल स्टाफ, सफाई कर्मचारियों और शिक्षकों सहित ‘कोरोना योद्धाओं’ के लिए एक स्मारक का निर्माण करेगी। विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल ने रविवार को कहा कि यह ‘कोरोना योद्धाओं’ के सर्वोच्च बलिदान और उल्लेखनीय कार्यों का सम्मान होगा। गोयल ने कहा कि स्मारक के अगले साल 26 जनवरी तक तैयार हो जाने की संभावना है।

ड्यूटी के दौरान कोविड-19 के कारण कई डॉक्टरों, नर्सों, सफाई कर्मचारियों और अन्य लोगों की मौत हो गई थी। दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि उन्होंने महामारी से मानव जाति को बचाने के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया है। गोयल ने कहा, “इसलिए उनके सम्मान में हम दिल्ली विधानसभा में कोरोना योद्धाओं के स्मारक का निर्माण करेंगे।

उनके कर्तव्य और सर्वोच्च बलिदान की जानकारी वाला एक शिलालेख लगाया जाएगा। इसके अगले साल 26 जनवरी तक पूरा होने की संभावना है।” उन्होंने कहा कि शिलालेख पर कोरोना योद्धाओं से संबंधित कुछ प्रतीक और चिन्ह (आला, झाड़ू, सीरींज आदि) भी उकेरे जाएंगे।

गोयल ने कहा, “एक छोटी दीवार जैसी संरचना पर कोरोना योद्धाओं से जुड़े चिन्ह जैसे इंजेक्शन, रक्तचाप जांचने वाली मशीन, आला, किताबें, झाड़ू आदि उकेरे जाएंगे।” उन्होंने बताया, “इनकी डिजाइन तैयार कर ली गई है और परियोजना पर काम चल रहा है। हम अगले साल 26 जनवरी को स्मारक का उद्घाटन करने की उम्मीद कर रहे हैं।” उन्होंने कहा कि विधानसभा परिसर में प्रवेश द्वार के निकट विट्ठलभाई पटेल की प्रतिमा के पीछे कोरोना योद्धा स्मारक का निर्माण किया जाएगा।

विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि ऐतिहासिक दिल्ली विधानसभा को एक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा, जहां लोग स्वतंत्रता सेनानियों, सदन और शहर के इतिहास को दर्शाने वाली 25 मिनट की फिल्म भी देख सकेंगे। गोयल ने यह भी कहा कि राजघाट पर गांधी दर्शन की तर्ज पर स्वतंत्रता सेनानियों के इतिहास को डिजिटल रूप से प्रदर्शित करने जैसी अन्य पर्यटन गतिविधियों को भी विकसित किया जाएगा।

गोयल ने कहा, “हम देश, शहर और गांधी जी, भगत सिंह जैसे स्वतंत्रता सेनानियों के इतिहास को दर्शाने वाली डिजिटल टेबल युक्त एक हॉल का निर्माण कर रहे हैं। ये डिजिटल टेबल पूरी तरह से टचस्क्रीन होगी और आगंतुक सिर्फ एक स्पर्श के साथ देश, शहर के गौरवशाली अतीत को देख सकेंगे।”