रामपुर: हजरत कासिम की याद में निकला मेहंदी का जुलूस, पुलिस बल रहा तैनात
अमृत विचार, रामपुर। हजरत कासिम की याद में शनिवार को मेहंदी का जुलूस निकला। जुलूस में स्थानीय अंजुमनों ने नोहाख्वानी की और मातम किया। जुलूस में असलम महमूद और इफ्तेखार महमूद ने यह नोहा पढ़ा- हर दिल में गमो दर्द की बुनियाद रहेगी-कासिम तेरे मरने की अदा याद रहेगी। जुलूस के दौरान पर्याप्त मात्रा में …
अमृत विचार, रामपुर। हजरत कासिम की याद में शनिवार को मेहंदी का जुलूस निकला। जुलूस में स्थानीय अंजुमनों ने नोहाख्वानी की और मातम किया। जुलूस में असलम महमूद और इफ्तेखार महमूद ने यह नोहा पढ़ा- हर दिल में गमो दर्द की बुनियाद रहेगी-कासिम तेरे मरने की अदा याद रहेगी। जुलूस के दौरान पर्याप्त मात्रा में पुलिस बल तैनात रहा।
सात मोहर्रम को तोपखाना गेट स्थित बापू माल से मेहंदी का जुलूस बरामद हुआ। जुलूस में छोटे-छोटे बच्चे आगे-आगे अलम थामें चल रहे थे। उनके पीछे अजादार नोहे पढ़ते और मातम करते चल रहे थे। मेहंदी का जुलूस तोपखाना रोड, नौदरा चौकी, हामिद गेट, मिस्टन गंज, राजद्वारा, नवाब गेट, गांधी समाधि,राहे रजा, राहे जुल्फिकार होता हुआ देर शाम को इमामबाड़ा खासबाग पहुंचा।
जुलूस के मिस्टन गंज पहुंचने पर जुल्फिकार आदिल ने यह नोहा पढ़ा- सुगरा मेरी सुगरा, यह सुनते ही शब्बीर के आंसू हुए जारी-फरमाया कि क्यूं करती है गिरया ओ ज़ारी-सुगरा मेरी सुगरा। इससे पहले मेहंदी का जुलूस निकलने पर असलम महमूद और इफ्तेखार महमूद ने यह नोहा पढ़ा-दुखिया बन री छाती कूटे, मुख पे बिखरे-बिखरे केस। जुलूस के इमामबाड़ा खासबाग पहुंचने पर बेगम शाहबानो ने अगवाई की।
जुलूस में राशिद ऐजाज, आरिफ हुसैन मुंसरिम, शान जैदी, हसीन मियां, मंसूर मियां, सैयद मियां, सैयद मोहम्मद अली जैदी, शबाब हुसैन समेत काफी तादाद में अजादार मौजूद रहे। जुलूस के इमामबाड़ा खासबाग पहुंचने के बाद मौलाना अली मोहम्मद नकवी ने मजलिस को खिताब किया। इसके अलावा शहर के तमाम इमामबाड़ों में शहीदे कर्बला हजरत कासिम की याद में मेहंदी सजाई गई।