रायबरेली: कार्तिक पूर्णिमा पर उमड़ा श्रद्धा का सैलाब, लाखों ने लगाई गंगा में डुबकी
रायबरेली। जिले में कार्तिक पूर्णिमा पर डलमऊ, गेंगासो और गोकर्ण घाट पर श्रद्धा का सैलाब उमड़ा। लाखों लोगों ने हर-हर गंगे के जयघोष के साथ डुबकी लगाई। साथ दान दक्षिणा लेकर कल्याण की कामना की। कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर लगने वाले मेले की प्रसिद्धि सतयुग से है। हर साल कार्तिक पूर्णिमा पर 10 से …
रायबरेली। जिले में कार्तिक पूर्णिमा पर डलमऊ, गेंगासो और गोकर्ण घाट पर श्रद्धा का सैलाब उमड़ा। लाखों लोगों ने हर-हर गंगे के जयघोष के साथ डुबकी लगाई। साथ दान दक्षिणा लेकर कल्याण की कामना की। कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर लगने वाले मेले की प्रसिद्धि सतयुग से है। हर साल कार्तिक पूर्णिमा पर 10 से 15 लाख श्रद्धालु यहां आकर गंगा स्नान कर जीवन कल्याण की प्रार्थना मां गंगा से करते हैं।
कोरोना काल के कारण दो साल से स्नान बंद था। इस बार स्नान हुआ तो भोर पहर से ही गंगा के घाट दीपों से जगमगा उठे। शंख, घड़ियाल की धुन से माहौल भक्तिमय हो गया। क्या छोटा, क्या बड़ा सभी ने गंगा में डुबकी लगाई। सुबह तीन बजे से ही लोगों ने स्नान करना शुरू कर दिया था। सुरक्षा को लेकर भारी पुलिस बल तैनित रहा तो वहीं, लोगों की सुविधा के लिए 60 बसों का आवाममन होता रहा। आंकड़े के मुताबिक करीब 15 लाख लोगों ने गंगा में स्नान किया।
पढ़ें: समाजसेवी ने डिप्टी स्पीकर से की हरदोई को मंडल का दर्जा दिलाने की मांग
वहीं बड़ा मठ में दर्शन कर महामंडलेश्वर से आशीर्वाद लिया। प्रांतीय मेले के दौरान हुए धार्मिक व सांस्कृतिक आयोजन डलमऊ में 17 नवंबर से 10 दिनों तक चलने वाला डलमऊ महोत्सव को लेकर भी लोगों में खासा उत्साह रहा। 3 दिनों तक सनातन धर्म पीठ बड़ा मठ परिसर में संगीत में सत्संग, कुशल कलाकारों की ओर से रामलीला का मंचन आयोजन किया गया। वहीं शुक्रवार सुबह से देर शाम तक विशाल भंडारा होता रहा।
सुरक्षा के रहे कड़े इंतजाम…
मेले में आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए पुलिस प्रशासन की ओर से संपूर्ण मेला क्षेत्र व सभी गंगा घाटों पर सीसीटीवी कैमरे, संपूर्ण मेला क्षेत्र में मेले के दौरान ड्रोन कैमरा से नजर व बाहर तिराहे व चौराहे , सभी गंगा घाट व नाव पर पुलिस के जवान अपनी पैनी नजर बनाए रखी गई।
गोकर्ण घाट पर रही भारी भीड़, लगा जाम
ऊंचाहार में कोरोना महामारी के कारण विगत दो वर्षों से सुने पड़े गंगा के तटों को खोला गया। इस बार की कार्तिक पूर्णिमा ऐतिहासिक हो गई है। आस्था का ऐसा सैलाब उमड़ा कि सर व्यवस्थाएं तार तार हो गई। क्षेत्र के केवल गोकना गंगा घाट पर गुरुवार शाम से लेकर शुक्रवार दोपहर तक करीब पांच लाख लोगों के गंगा स्नान का अनुमान लगाया जा रहा है। क्षेत्र के गंगा घाट पूरे तीर, खरौली, कोटरा बहादुर गंज, अरखा और गोकना में दिन भर श्रद्धालुओं की भीड़ रही। गोकर्ण ऋषि की तपोस्थली गोकना गंगा घाट पर गुरुवार की शाम से तीन दिवसीय मेले का शुभारंभ हुआ था। यहां गंगा का प्रवाह उत्तर से दक्षिण की दिशा में है, इसलिए गोकना गंगा घाट पर स्नान के लिए दूर दराज से लोग आते हैं। गुरुवार शाम से शुरू हुआ स्नान शुक्रवार को दिन भर चलता रहा। क्षेत्र के जमुनापुर चौराहा से गोकना मार्ग पर दिन भर जाम की स्थित बनी रही । यहीं हाल खरौली गोकना मार्ग का भी रहा।