मुख्तार बाबा की गिरफ्तारी पर अलर्ट मोड में आई पुलिस, बवाल रोकने को लगायी गई हाईटेक व्यवस्था

मुख्तार बाबा की गिरफ्तारी पर अलर्ट मोड में आई पुलिस, बवाल रोकने को लगायी गई हाईटेक व्यवस्था

अमृत विचार, कानपुर। तीन जून की हिंसा को भले ही तीन हफ्ते हो रहे हों पर एसआईटी की जांच पड़ताल में एक बड़ा षड़यंत्र प्याज की परतों की तरह उधड़ रहा है। एक के बाद एक नये तथ्य खुल रहे हैं। संकेत है कि कानपुर सांप्रदायिक हिंसा सुलगती आग जैसी है ,जो कभी भी धधक …

अमृत विचार, कानपुर। तीन जून की हिंसा को भले ही तीन हफ्ते हो रहे हों पर एसआईटी की जांच पड़ताल में एक बड़ा षड़यंत्र प्याज की परतों की तरह उधड़ रहा है। एक के बाद एक नये तथ्य खुल रहे हैं। संकेत है कि कानपुर सांप्रदायिक हिंसा सुलगती आग जैसी है ,जो कभी भी धधक सकती है। मुख्तार बाबा की गिरफ्तारी और बड़े बिल्डरों के संदिग्ध किरदार पर कहीं प्रतिक्रिया न हो जाए इसलिए प्रशासन चाकचौबंद है। खुफियातंत्र चप्पेचप्पे पर नजर रखेगा। पुलिस बल व आधुनिक तकनीक का भी बेहतर इस्तेमाल किए जाने की तैयारी है। पुलिस लगातार सीसीटीवी कैमरे और ड्रोन से हर संदिग्ध जगह कि निगरानी कर रही है।

पुलिस आयुक्त विजय सिंह मीना ने पुलिस लाइन सभागार में अधिकारियों व थानाप्रभारियों संग बैठक कर सभी को हिदायत देते हुए स्पष्ट किया कि किसी भी स्तर पर कोई भी गलती न हो उसके लिये माफी की गुंजाइश नहीं होगी।

यह है पुलिस की हाईटेक व्यवस्था

किसी भी तरह की स्थिति से निपटने के लिए पुलिस ने विशेष तैयारियां कर रखी हैं। जिसमे आठ ड्रोन कैमरों चप्पे-चप्पे की निगरानी, 50 वीडियोग्राफर संवेदनशील जगहों पर वीडियो रिकॉर्डिंग करेंगे। इसके आलावा सभी प्रमुख चौराहों को पीटीजेड कैमरों से लैस किया गया है, प्रमुख चौराहे व महत्वपूर्ण स्थान पर पब्लिक एड्रेस सिस्टम रहेगा। पुलिस के साथ ही आरपीएफ ने भी मोर्चा संभल लिया है। प्रमुख स्थानों पर वाटर कैनन और फायर टेंडर की रहेगी सुविधा, पांच कंपनी पीएसी के साथ-साथ 2400 पुलिसकर्मी भी रहेंगे तैनात किये गए हैं। पांच एसपी, पांच एडिशनल एसपी, 11 डिप्टीएसपी, 64 इंस्पेक्टर,286 उप निरीक्षक संवेदनशील एरिया में ड्यूटी करेंगे। सादे वस्त्रों में एलआईयू व पुलिसकर्मी करेंगे हर जगह निगरानी, ये लोग माहौल की टोह लेते रहेंगे। इसके आलावा 2000 सिविल डिफेंस” के वालंटियर्स , तथा 1834 नवनियुक्त “पुलिस युवा मित्र” ड़्युटी देंगे। इनका काम पुलिस को सूचना और सहयोग देने का है।

अमन-चैन को लिया धर्मगुरुओं का साथ

शहर के कुल 164 धर्मगुरुओं के साथ अमन-चैन के लिए बैठक की गई। सभी 38 थानों पर पीस कमेटी की बैठकें हुईं। पीस कमेटी को साथ लेकर हर थाना क्षेत्र में 4-5 मोहल्ला मीटिंग की गईं। सभी थाना क्षेत्रों में पीस कमेटी के सदस्यों को साथ लेकर पैदल गश्त की गई। सभी 38 थाना क्षेत्रों में युवकों को पुलिस मित्र बनाया गया। इसमें हर थाने से 50-100 वालंटियर हैं।

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