पीलीभीत: सुनगढ़ी थाने के इंस्पेक्टर भाजपा के कर रहे गुणगान, एक पोस्ट ने बढ़ा दी टेंशन

पीलीभीत: सुनगढ़ी थाने के इंस्पेक्टर भाजपा के कर रहे गुणगान, एक पोस्ट ने बढ़ा दी टेंशन

पीलीभीतअमृत विचार। आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद पुलिस अफसर भले ही निष्पक्षता का पाठ पढ़ा रहे हो, लेकिन मातहतों की करतूत फजीहत करा रही है। एक नया मामला सुनगढ़ी थाना पुलिस से जुड़ा सामने आया है। एक किशोरी को तलाशने और फिर परिवार से मिलाने के पुलिस के गुडवर्क को भाजपा सरकार की कानून …

पीलीभीतअमृत विचार। आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद पुलिस अफसर भले ही निष्पक्षता का पाठ पढ़ा रहे हो, लेकिन मातहतों की करतूत फजीहत करा रही है। एक नया मामला सुनगढ़ी थाना पुलिस से जुड़ा सामने आया है। एक किशोरी को तलाशने और फिर परिवार से मिलाने के पुलिस के गुडवर्क को भाजपा सरकार की कानून व्यवस्था से जोड़कर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।

इसमें सुनगढ़ी इंस्पेक्टर श्रीकांत द्विवेदी के फोटो भी अपलोड किए गए। जिसके बाद मामला तूल पकड़ गया और सपा और कांग्रेस ने सुनगढ़ी इंस्पेक्टर पर भाजपा का गुणगान करने का संगीन आरोप लगाया है। निष्पक्ष मतदान कराने के लिए उन्हें थाना सुनगढ़ी से हटाने का मुद्दा उठाया है। साथ ही भाजपा पीलीभीत की फेसबुक आईडी संचालक पर एफआईआर दर्ज कराने की मांग की है।

समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष जगदेव सिंह जग्गा की ओर से जिला निर्वाचन अधिकारी को भेजे गए शिकायती पत्र में बताया कि भाजपा पीलीभीत नाम से बनी एक फेसबुक आई थी से लगातार घृणा युक्त पोस्ट की जा रही हैं। इस आईडी से दो लोगों के झगड़े को सांप्रदायिक माहौल बनाने के लिए पोस्ट डाल दी गई थी।

इसके बाद एक फोटो डालते हुए, जिसमें सुनगढ़ी इंस्पेक्टर भी दिखाई दे रहे हैं। पुलिस की कार्रवाई पर भाजपा का पूरा गुणगान कर दिया गया है। कहा कि किशोरी के लापता होने और फिर बरामद होने से जुड़े फोटो सुनगढ़ी इंस्पेक्टर और उनके स्टाफ ने भाजपा नेताओं को मुहैया कराए और इसे राजनीतिक रुप दे दिया गया।

आरोप लगाया कि इंस्पेक्टर श्रीकांत द्विवेदी लंबे समय से भाजपा के चहेते होने के कारण नगर क्षेत्र में तैनात हैं। भाजपा का गुणगान करते रहते हैं। उनके रहते चुनाव प्रभावित होने की पूरी आशंका है। कोतवाली में तैनाती के दौरान भी वह इसी तरह से भाजपा नेताओं के इशारे पर काम करते रहे थे। उन्हें तत्काल प्रभाव से हटा दिया जाए। ताकि निष्पक्ष तरीके से चुनाव हो सके।
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ये था पूरा मामला
दरअसल, मंगलवार को सुनगढ़ी क्षेत्र की एक तेरह वर्षीय किशोरी परिजनों की डांट फटकार से घबराकर घर से चली गई थी। इसकी सूचना पुलिस को दी गई।इसके बाद पुलिस ने तलाश शुरू कर दी थी। किशोरी भी मोहल्ले में ही एक टेंपो के पीछे छिपी मिल गई।पुलिस ने उसे परिवार के सुपुर्द कर दिया। इस दौरान कुछ फोटो भी किशोरी को परिवार के सुपुर्द करते खींचे गए थे। मगर, बाद में इन फोटो को भाजपा पीलीभीत की फेसबुक पर आईडी पर अपलोड किया गया और राजनीतिक रूप दे दिया गया। जिसके बाद सियासत गरमा गई थी।
कांग्रेस के प्रदेश सचिव ने भी की शिकायत
कांग्रेस के प्रदेश सचिव अनूप वर्मा ने भी इस मुद्दे को उठाया है। उन्होंने भाजपा पीलीभीत की आईडी से की गई पोस्ट का स्क्रीनशॉट लिया है।जिसके बाद इसे आचार संहिता का उल्लंघन बताया। सुनगढ़ी इंस्पेक्टर की कार्यशैली को संदेहास्पद बताया। भाजपा का प्रचार करने से जोड़कर शिकायत जिला निर्वाचन अधिकारी से की गई है। इसके अलावा प्रियंका गांधी और प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को भी ट्वीट किया है। इसके बाद खलबली मची हुई है।

सोशल मीडिया ग्रुप भी न करा दें फजीहत
थाना पुलिस पर लगातार किसी न किसी राजनीतिक दल के समर्थन में काम करने के आरोप लग रहे हैं। सुनगढ़ी इंस्पेक्टर की सपा और कांग्रेस नेताओं की ओर से शिकायत कर दी गई है। थाना स्तर से पुलिस ने सूचनाओं के आदान-प्रदान को व्हाट्सएप ग्रुप बना रखे हैं।जिसमें क्षेत्र के संभ्रांत नागरिक, मीडियाकर्मी, व्यापारी भी जुड़े हुए हैं। इन ग्रुपों पर भी राजनीतिक प्रचार-प्रसार से जुड़ी पोस्ट लगातार डाली जा रही है। ग्रुप एडमिन खुद पुलिसकर्मी हैं, लेकिन उनकी ओर से अभी ध्यान नहीं दिया जा रहा। ऐसे में कहीं आगे कोई विवादित पोस्ट फजीहत का सबब न बन जाए।

जिला निर्वाचन अधिकारी को एक पत्र लिखा गया है। जिसमें सुनगढ़ी इंस्पेक्टर को हटाने और भाजपा पीलीभीत नाम से फेसबुक आईडी चलाने वाले पर एफआईआर की मांग की है। ताकि निष्पक्ष चुनाव हो सके। – जगदेव सिंह जग्गा, जिलाध्यक्ष सपा

सोशल मीडिया पर एक पोस्ट संज्ञान में आई थी। जिसमें पुलिस की कार्रवाई को पूरी तरह से राजनीतिक रुप दिया गया है। आचार संहिता के बीच ये गलत है। इसकी शिकायत ट्वीट करके की गई है। —अनूप वर्मा, प्रदेश सचिव, कांग्रेस