पीलीभीत: स्वास्थ्य विभाग में तबादला को लेकर उपमुख्यमंत्री ने उठाए सवाल
पीलीभीत, अमृत विचार। तबादला नीति लागू होने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हुए तबादलों में मनमानी हो गई। इसमें जूनियर को गैर जिला भेज दिया गया तो सीनियर जस के तस अपने ही स्थान पर बने रहे। इसके अलावा कर्मियों के स्थान पर भी किसी को भेजा नहीं गया है। इसको लेकर उपमुख्यमंत्री ने सवाल …
पीलीभीत, अमृत विचार। तबादला नीति लागू होने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हुए तबादलों में मनमानी हो गई। इसमें जूनियर को गैर जिला भेज दिया गया तो सीनियर जस के तस अपने ही स्थान पर बने रहे। इसके अलावा कर्मियों के स्थान पर भी किसी को भेजा नहीं गया है। इसको लेकर उपमुख्यमंत्री ने सवाल खड़े करते हुए अपर मुख्य सचिव से पूरी रिपोर्ट तलब की है।
प्रदेश सरकार की ओर से अभी सभी विभागों में स्थानांतरण किया गया था। इसमें खुद के निवेदन पर भी काफी लोगों का तबादला किया गया। स्वास्थ्य विभाग में भी जमकर तबादला एक्सप्रेस दौड़ी थी। इसमें जिले से भी काफी संख्या में चिकित्सक और फार्मासिस्टों के तबादला गैर जिला किए गए हैं। जिला अस्पताल से भी चार लेागों का तबादला गैर जिला किया गया है। काफी संख्या में यहां चिकित्सकों का तबादला किया गया और उनको रिलीव भी कर दिया गया।
तबादला सूची आने के बाद इधर लोगों ने नाराजगी भी जताई थी। इसमें जूनियर को हटा दिया गया लेकिन सीनियर जस के तस बने रहे। इसके अलावा पुराने के स्थान पर नए की तैनाती नहीं की गई। स्टाफ कम होने से जिले की चिकित्सीय सेवाएं भी पटरी से उतरने लगी है। तबादला के बाद नए की तैनाती न होने की शिकायतों का जब उपमुख्यमंत्री ने संज्ञान लिया तो सवाल खड़े कर दिए हैं।
उन्होंने अपर मुख्य सचिव से किए गए तबादलों के आधार, नए की तैनाती और जिले में तैनाती स्थल की समय सीमा सहित कई बिंदुओं पर रिपोर्ट मांगी है। डिप्टी सीएम के इस सवाल से नियम के अनुसार तबादला की जद में न आने वालों में खुशी देखी जा रही है। उनका कहना है कि अब संसोधन किया जाएगा।
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