पीलीभीत: आत्मदाह की चेतावनी पर अलर्ट, 12वीं शरीफ जुलूस का मुद्दा गरमाया

पीलीभीत, अमृत विचार। जामा मस्जिद कमेटी के सचिव और काजी-ए-शहर के बीच चल रहे विवाद का मामला अभी शांत नहीं हो सका था। शहर काजी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई न होने पर महिलाओं की ओर से दी गई आत्मदाह की चेतावनी को लेकर जुमे की नमाज के वक्त जामा मस्जिद के बाहर का इलाका छावनी …
पीलीभीत, अमृत विचार। जामा मस्जिद कमेटी के सचिव और काजी-ए-शहर के बीच चल रहे विवाद का मामला अभी शांत नहीं हो सका था। शहर काजी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई न होने पर महिलाओं की ओर से दी गई आत्मदाह की चेतावनी को लेकर जुमे की नमाज के वक्त जामा मस्जिद के बाहर का इलाका छावनी में तब्दील कर दिया गया था।
इसे लेकर पुलिस निगाह बनाए थी कि मस्जिद ताजजुलऔलिया कमेटी के सदस्यों ने पहुंचकर सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन दिया। जिसमें बारहवीं शरीफ के जुलूस का मुद्दा उठाया। शहर काजी पर संगीन आरोप लगाए गए। साथ ही हसन मियां कदीरी की सदारत वाले जुलूस को अनुमति देने की मांग कर डाली। अचानक नया मुद्दा सामने लाने पर सिटी मजिस्ट्रेट भड़क गए।
कुछ दिन पहले शहर के सटे गांव चंदोई में फातहा की नमाज के दौरान दो पक्षों के बीच विवाद हो गया था। एक पक्ष ने विवादित तकरीर करने की बात कही। वहीं दूसरे पक्ष से शहर काजी के बेटे पर हमला करने के आरोप थे। गला दबाकर जान लेने की कोशिश करने की बात कही गई। इस मामले में दोनों पक्षों ने पुलिस से शिकायत की।
कोतवाली पुलिस ने शहर काजी पक्ष से जामा मस्जिद के सचिव समेत सात लोगों पर जानलेवा हमला करने की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया था। इस कार्रवाई को एक पक्षीय बताते हुए दूसरे पक्ष में तनाव बरकरार था। सोमवार को दूसरे पक्ष से दर्जनों महिलाएं पुलिस की कार्रवाई के विरोध में एसपी आवास के बाहर जा धमकी थी और फिर पुलिस लाइन जाकर एसपी से कार्रवाई की मांग की थी। कार्रवाई न होने पर हर जुमे को एक महिला द्वारा आत्मदाह करने की चेतावनी दी गई थी।
शुक्रवार को इसे लेकर पुलिस प्रशासन अलर्ट रहा। किसी तरह का कोई विवाद न खड़ा हो। सुबह से ही भारी पुलिस बल जामा मस्जिद के बाहर और आसपास की गलियों में मुस्तैद कर दिया गया। चेकिंग करने के बाद लोगों को जाने दिया गया। मकानों की छतों पर भी पुलिस बल की तैनाती की गई।
सिटी मजिस्ट्रेट डा. राजेश कुमार, सीओ सिटी सुनील दत्त ड्रोन की मदद से निगरानी करते रहे। इस दौरान मस्जिद ताजजुलऔलिया कमेटी के लोग भी ज्ञापन देने पहुंच गए। जिसमें 12वीं शरीफ के जुलूस का मुद्दा उठा दिया। अलर्ट के बीच एक नया मुद्दा अचानक लेकर सामने आने पर सिटी मजिस्ट्रेट भड़क गए।
उन्होंने जमकर क्लास ली। दोनों के बीच तीखी बहस हुई। सिटी मजिस्ट्रेट ने यह तक कह दिया कि वह एक साल से जनपद में तैनात हैं। अभी तक इस जुलूस से जुड़ा मुद्दा उनके सामने नहीं रखा गया। अब अचानक इस तरह नया मुद्दा उठाने को माहौल खराब करने की कोशिश बता दिया। अंत में इस मुद्दे पर बातचीत कर निर्णय लेने की बात कहकर सभी को वापस कर दिया गया
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