लखीमपुर-खीरी: भाजपा प्रवक्ता के बयान को लेकर मुस्लिम समुदाय में रोष
अमृतविचार, लखीमपुर-खीरी। एक न्यूज चैनल पर डिबेट के दौरान भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा के दिए गए विवादित बयान से मुस्लिम समुदाय के लोगों में भारी रोष है। सोमवार को सुन्नी तन्जीम अइम्म-ए-मसाजिद के सदर मोहम्मद असफाक कादरी के नेतृत्व में तमाम लोग डीएम कार्यालय पहुंचे और प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन डीएम को सौंपा। ज्ञापन में …
अमृतविचार, लखीमपुर-खीरी। एक न्यूज चैनल पर डिबेट के दौरान भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा के दिए गए विवादित बयान से मुस्लिम समुदाय के लोगों में भारी रोष है। सोमवार को सुन्नी तन्जीम अइम्म-ए-मसाजिद के सदर मोहम्मद असफाक कादरी के नेतृत्व में तमाम लोग डीएम कार्यालय पहुंचे और प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन डीएम को सौंपा। ज्ञापन में भाजपा प्रवक्ता के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराकर कड़ी कार्रवाई की मांग की गई है।
सुन्नी तंजीम अइम्म-ए-मसाजिद के सदर मौलाना अशफाक कादरी के साथ तमाम लोग सुबह करीब 11 बजे डीएम कार्यालय पहुंचे और प्रधानमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन सौंपा। मौलाना अशफाक कादरी ने कहा कि एक न्यूज चैनल की डिबेट में भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा ने पैगम्बरे इस्लाम और उनकी पत्नी पर अभद्र और अमर्यादित टिप्पणी की है। इससे मुस्लिम समुदाय की भावनाएं आहत हुई हैं। उन्होंने कहा कि नुपूर शर्मा के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर कड़ी कार्रवाई की जाए।
ताकि ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न हो सके और देश में अमन शांति और आपसी सौहार्द कायम रहे। समुदाय के लोगों ने डीएम को प्रधानमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन भी सौंपा। इस दौरान इशरत अली खान, कारी मोहम्मद अखलाक बरकाती, मौलाना यूनुस रजा, हाफिज मोहम्मद फुरकान रजा, कारी सगीरुद्दीन, डॉक्टर मोहम्मद रियाज उल्ला खां, मोहम्मद शब्बीर सहित तमाम लोग शामिल रहे।
पुलिस खड़ी करती रही इंतजार ज्ञापन देकर लौट गए मौलाना
भाजपा प्रवक्ता के विवादित बयान को लेकर नाराज मुस्लिम समुदाय के लोगों ने शहर के विलोबी हाल में एकत्र होने और आक्रोश जताते हुए ज्ञापन देने का निर्णय लिया था। इसको लेकर पुलिस व प्रशासन सतर्क हो गया था। सुबह से ही विलोबी गेट पर पुलिस बल तैनात कर दिया। स्थानीय अभिसूचना इकाई (एलआईयू) और इंटेलिजेंस ब्यूरो के कर्मचारी भी सतर्क हो गए, लेकिन बड़ी संख्या में लोग मौलानाअ ों के साथ विलोबी हाल न आकर सीधे डीएम कार्यालय पहुंच गए और ज्ञापन दे दिया। इससे पुलिस के साथ ही जिले की एलआईयू और आईबी की सक्रियता पर भी प्रश्नचिन्ह लग गया है।
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