हल्द्वानी: हरीश रावत ने कहा अगर मुख्यमंत्री बना तो हर घसियारी को मिलेगा ये सम्मान…

हल्द्वानी, अमृत विचार। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और लालकुआं सीट से प्रत्याशी हरीश रावत ने अपनी मन की बात जुबां पर ला ही दी। मुख्यमंत्री बनने की उनकी चाहत अभी बाकी है। भले ही सार्वजनिक तौर पर हरीश यह कह रहे हैं कि पार्टी अगर जीती तो मुख्यमंत्री तय करना आलाकमान के हाथों में ही …
हल्द्वानी, अमृत विचार। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और लालकुआं सीट से प्रत्याशी हरीश रावत ने अपनी मन की बात जुबां पर ला ही दी। मुख्यमंत्री बनने की उनकी चाहत अभी बाकी है। भले ही सार्वजनिक तौर पर हरीश यह कह रहे हैं कि पार्टी अगर जीती तो मुख्यमंत्री तय करना आलाकमान के हाथों में ही होगा। लेकिन अपनी फेसबुक पोस्ट पर उन्होंने घसियारी बहनों के सम्मान की बात कर ये जता दिया है कि वह मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं।
उन्होंने मंगलवार को फेसबुक पेज पर वीडियो जारी कर कहा कि सुबह आंख खुलते ही उन्हें अपनी मां की बहुत याद आई। उनकी स्मृतियों ने भी मुझे गरीबों की मदद करने को हमेशा प्रेरित किया है। उत्तराखंड की बहनें जो जंगल से घास और लकड़ी लेकर आती हैं, वह काफी संघर्ष करती हैं। अगर सत्ता में आने का मौका मिलेगा तो मैं अपनी मां को समर्पित उनके लिए घसियारी सम्मान पेंशन जरूर लागू करुंगा।
उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा-“आज एक बहुत कठिन चुनाव अभियान के बाद सुबह जब नींद खुली तो मुझे अपनी मां बहुत याद आई। जब मैं मुख्यमंत्री था, उस समय मैं अपनी मां को स्मरण कर, जब भी उसके दर्शन करता था, मुझे लगता था वो मुझसे कुछ कह रही है कि गरीबों के लिए कुछ करो। अब मैं नहीं जानता आगे नियति ने मेरे लिए क्या रास्ता निर्धारित किया है! मगर मां, घास व लकड़ी लेकर आने वाली आज भी मेरी बहुत सारी बहनें हैं, मैं तुझे घसियारी सम्मान पेंशन समर्पित करता हूं, सत्ता में आएंगे, मेरे हाथ में बागडोर रही मां तो घसियारी सम्मान पेंशन मैं प्रारंभ करूंगा, चाहे 500 रुपए से ही प्रारंभ करूं।
उनकी इस पोस्ट से समर्थकों ने भी माहौल बनाना शुरू कर दिया है कि उनके मुख्यमंत्री तो वो ही हैं और उन्होंने कांग्रेस को नहीं बल्कि हरीश रावत को वोट दिया है।