हल्द्वानी: अनजानों की जिंदगी बचाने आगे आए 103 महादानी, बढ़चढ़कर किया रक्तदान

हल्द्वानी, अमृत विचार। रक्तदान जीवनदान है। हमारे द्वारा किया गया रक्तदान कई जिंदगियों को बचाता है। इस बात का अहसास हमें तब होता है जब हमारा कोई करीबी खून के लिए जिंदगी और मौत के बीच जूझता है। उस वक्त हम नींद से जागते हैं और उसे बचाने के लिए खून के इंतजाम की जद्दोजहद …
हल्द्वानी, अमृत विचार। रक्तदान जीवनदान है। हमारे द्वारा किया गया रक्तदान कई जिंदगियों को बचाता है। इस बात का अहसास हमें तब होता है जब हमारा कोई करीबी खून के लिए जिंदगी और मौत के बीच जूझता है। उस वक्त हम नींद से जागते हैं और उसे बचाने के लिए खून के इंतजाम की जद्दोजहद करते हैं।
रक्तदान कर हम जहां एक ओर किसी की जान बचाते हैं वहीं दूसरी ओर इससे जबर्दस्त आत्मसंतुष्टि मिलती है। लेकिन कई लोग रक्तदान को लेकर फैली भ्रांतियों के कारण रक्तदान करने से कतराते हैं जबकि इससे कोई नुकसान नहीं होता बल्कि शारीरिक तौर पर कई फायदे होते हैं।

इसी मंशा के साथ आज भारत विकास परिषद की काठगोदाम इकाई की ओर से स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इस दौरान युवाओं के साथ ही महिलाओं ने भी बढ़चढ़कर रक्तदान किया। कुछ लोगों को रक्तदान के दौरान तकलीफ महसूस होने पर डॉ. विनय खुल्लर ने तुरंत उपचार उपलब्ध कराया।
शिविर का उद्घाटन एसपी सिटी हरबंस सिंह, परिषद के प्रांतीय संगठन मंत्री डॉ. विनय खुल्लर और अध्यक्ष दीपक माहेश्वरी ने दीप जलाकर किया। डॉ. खुल्लर ने रक्तदान की बारीकियां बताईं और कहा कि 18 से 60 वर्ष के लोग रक्तदान कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि परिषद समय-समय पर रक्तदान शिविर, चिकित्सा शिविर, विकलांग सेवा शिविर के माध्यम से वर्ष भर सेवा कार्य करता रहता है। शिविर में 103 यूनिट रक्त एकत्रित हुआ।

कार्यक्रम के समापन में अधिष्ठापन अधिकारी प्रांतीय अध्यक्ष आरके गुप्ता ने नई कार्यकारिणी को शपथ दिलाई। इस मौके पर अध्यक्ष दीपक माहेश्वरी, सचिव रश्मि जैन, उपाध्यक्ष राजेश अग्रवाल, ममता खुल्लर, डॉ. भारत भूषण गर्ग, कोषाध्यक्ष दीपक बिष्ट, महिला संयोजिका कनिका बमेटा, सहसंयोजिका गरिमा सिंघल, सह सचिव राजीव रावत समेत अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।