इटावा: प्रशासन की गोशालाओं पर विशेष नजर , CDO ने दिए गौ आश्रय स्थलों के लिए यह निर्देश

इटावा: प्रशासन की गोशालाओं पर विशेष नजर , CDO ने दिए गौ आश्रय स्थलों के लिए यह निर्देश

इटावा। जिले की 82 गोशालाओं में मौजूद गोवंशों के लिए खड़ंजा दुरुस्त करने और आगामी बारिश के मौसम को देखते हुए सीडीओ ने गौ आश्रय स्थलों के लिए विशेष दिशा-निर्देश दिए हैं। जिससे बारिश में कीचड़ में घायल होने से गोवंशों की मृत्यु न हो सके। साथ ही सभी गोशालाओं की बाउंड्री वॉल, पीने का …

इटावा। जिले की 82 गोशालाओं में मौजूद गोवंशों के लिए खड़ंजा दुरुस्त करने और आगामी बारिश के मौसम को देखते हुए सीडीओ ने गौ आश्रय स्थलों के लिए विशेष दिशा-निर्देश दिए हैं। जिससे बारिश में कीचड़ में घायल होने से गोवंशों की मृत्यु न हो सके। साथ ही सभी गोशालाओं की बाउंड्री वॉल, पीने का पानी, टीन शेड, हरे चारे की व्यवस्था में कोई कमी न आ सके।

यूपी में योगी आदित्यनाथ की सरकार की फिर से वापसी होने के बाद से आपको बतादें कि गोशालाओं पर प्रशासन की विशेष नजर है, जिसके बाद से अधिकारी गोशालाओं की देखरेख और गोवंशों की मृत्यु दर में कमी लाने के लिए पूरी मेहनत से जुटे दिखाई दे रहे हैं। मुख्य विकास अधिकारी संतोष कुमार राय लगातार गोशालाओं का निरीक्षण कर रहे हैं।

गोशालाओं पर जो कमियां हैं, उनको सुधार के लिए संबंधित अधिकारी, कर्मचारियों को दिशा-निर्देश दे रहे हैं। साथ ही गोशालाओं में बीमार गोवंश को अलग से रखने और उनके खाने-पीने की व्यवस्था करने की भी दिशा-निर्देश दिए हैं। सीडीओ के द्वारा संबंधित एसडीएम, वीडिओ, तहसीलदार के साथ भी इस मामले पर अलग-अलग बैठक की जा रही है, जिससे कि गौ आश्रय स्थलों में गोवंशों की मौत न हो सके। साथ ही निराश्रित खुले में घूम रहे आवारा गोवंशों को भी लगातार पकड़ कर गोशाला में भेजा जा रहा है। पहले की तुलना में दोगुने गोवंश पकड़े जा चुके हैं, जो कि आश्रय स्थल में भेज रहे हैं।

गर्मी और बारिश के लिए दिए निर्देश
मुख्य विकास अधिकारी संतोष कुमार राय ने बताया की जनपद में कुल 82 गो आश्रय स्थल हैं। इनमें करीब 11 हजार गोवंश मौजूद हैं। इन सभी आश्रय स्थलों पर मूल सुविधाएं जैसे टीन शेड, भूसे की व्यवस्था, पानी की व्यवस्था, बाउंड्री वॉल जिससे की बाहर के जानवर, कुत्ते अंदर न आ सकें। देखभाल करने वाले वहां पर हर समय मौजूद रहें, यह सारी व्यवस्थाएं देखी और उनके लिए निर्देशित किया गया है। गो के लिए खाने-पीने की व्यवस्था अलग से करने के निर्देश दिए गए हैं।

हरा चारा के लिए दिए आदेश
वहीं गर्मियों के सीजन में हरे चारे की थोड़ी व्यवस्था की कमी हुई है। इसके लिए सभी एसडीएम, वीडिओ के साथ बैठक की गई है। इसमें गोशालाओं के करीब ग्राम सभा की भूमि पर हरा चारा लगवाने को कहा गया है, जिससे आने वाले महीने में हरे चारे की व्यवस्था की जा सके। साथ ही जो आवारा निराश्रित गोवंश हैं, उनको भी समय-समय पर हम लोग पकड़वा कर गोशाला में भेजते हैं।

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