बिहार में राष्ट्रपति चुनाव में क्रॉस-वोटिंग तेजस्वी के खिलाफ रोष का संकेत : संजय जायसवाल
पटना। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की बिहार इकाई के अध्यक्ष संजय जायसवाल ने दावा किया कि विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव के खिलाफ ‘नाराजगी’ राष्ट्रपति चुनाव में सामने आ गई, जब द्रौपदी मुर्मू को राज्य में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के पास मौजूद वोटों से अधिक संख्या में वोट मिले। जायसवाल ने यादव का नाम …
पटना। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की बिहार इकाई के अध्यक्ष संजय जायसवाल ने दावा किया कि विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव के खिलाफ ‘नाराजगी’ राष्ट्रपति चुनाव में सामने आ गई, जब द्रौपदी मुर्मू को राज्य में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के पास मौजूद वोटों से अधिक संख्या में वोट मिले। जायसवाल ने यादव का नाम लिए बगैर आरोप लगाया कि राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता अपने समर्थकों खासतौर से अपनी जाति के समर्थकों के साथ ‘जागीरदार’ की तरह बर्ताव कर रहे हैं।
भाजपा नेता ने शुक्रवार को कहा, ‘‘विधानसभा में हमारा संख्या बल 125 था, क्योंकि हमारा एक विधायक मतदान नहीं कर सका। हालांकि, मुर्मू के पक्ष में 133 सदस्यों ने वोट डाला। यह बड़े पैमाने पर क्रॉस-वोटिंग का सबूत है।’’ उन्होंने कहा कि यह विपक्षी खेमे में उसके नेता के खिलाफ रोष के कारण हुआ, जो अपने सभी समर्थकों को ‘अपना हलवाहा, चरवाहा’ मानते हैं। तेजस्वी के हाल ही में किए गए दावे कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कभी राजद में शामिल होने की इच्छा व्यक्त की थी, जायसवाल ने कहा, ‘‘वह यादव समुदाय के किसी भी सदस्य को अपने दम पर खड़ा होने नहीं दे सकते।
’’ लोकसभा सांसद जायसवाल ने 243 सदस्यीय बिहार विधानसभा में राजद की ताकत दिखाने के लिए भी तेजस्वी पर तंज कसा। उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पास कई नेता हैं, जो उनसे कहीं ज्यादा अनुभवी और सक्षम हैं। लेकिन उनमें महज इसलिए हमें नीचा दिखाने का उतावलापन है कि उन्होंने 75 सीटें जीती हैं, जबकि 150 से अधिक सीटों पर उन्होंने चुनाव लड़ा था। हमने केवल 110 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 74 सीटें जीतीं।’’