कांग्रेस ने केंद्र पर कसा तंज, कहा- सरकार की विफलता है जीडीपी में गिरावट

कांग्रेस ने केंद्र पर कसा तंज, कहा- सरकार की विफलता है जीडीपी में गिरावट

नई दिल्ली। कांग्रेस ने कहा है कि मोदी सरकार की गलत नीतियों के कारण देश की अर्थव्यवस्था की सेहत लगातार बिगड़ रही है और रुपये रिकार्ड स्तर पर कमजोर होने तथा विदेशी मुद्रा भंडार में भारी गिरावट के साथ ही अब विश्व बैंक ने जीडीपी की विकास दर के अनुमान को भी फिर घटा दिया …

नई दिल्ली। कांग्रेस ने कहा है कि मोदी सरकार की गलत नीतियों के कारण देश की अर्थव्यवस्था की सेहत लगातार बिगड़ रही है और रुपये रिकार्ड स्तर पर कमजोर होने तथा विदेशी मुद्रा भंडार में भारी गिरावट के साथ ही अब विश्व बैंक ने जीडीपी की विकास दर के अनुमान को भी फिर घटा दिया है।

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कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने शुक्रवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि गुरुवार शाम को विश्व बैंक ने इस साल भारत की अनुमानित जीडीपी दर को तीसरी बार घटाया है और यह अब 7.5 प्रतिशत से घटा कर 6.5 प्रतिशत कर दी गई है। विश्व बैंक ने भारत में ग़रीबी बढ़ने पर चिंता जताते हुए खुलासा किया है कि कोविड काल में क़रीब 5.6 करोड़ भारतीय अत्यधिक ग़रीबी में चले गए थे।

उन्होंने कहा कि सरकार ने कोरोना महामारी के दौरान नकारात्मक भूमिका निभाई थी और मोदी सरकार की इन्हीं विफलताओं के कारण अर्थव्यवस्था बदहाल हुई है। देश में ग़रीबी भी बहुत बढ़ी है और इन्हीं सब परिस्थितियों को देखते हुए विश्व बैंक ने तीसरी बार अनुमानित जीडीपी विकास दर घटाई है।

प्रवक्ता ने तंज करते हुए कहा कि विश्व बैंक के जीडीपी की अनुमानित दर घटाने को देश के ख़िलाफ़ अंतरराष्ट्रीय साज़िश मानकर मोदी सरकार कहीं उसके खिलाफ भी ईडी न छोड़ दे, लेकिन ऐसा करने से पहले उसे यह भी समझ लेना चाहिए कि सिर्फ विश्व बैंक ने ही नहीं बल्कि भारतीय अर्थव्यवस्था की विकास दर को इससे पहले एशियाई विकास बैंक, मूडीज, फिच और यहाँ तक की रिजर्व भी घटा चुका है।

उन्होंने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था की बुनियाद कमज़ोर हो रही है और आर्थिक संकट लगातार गहराता जा रहा है। उनका कहना था कि देश की अर्थव्यवस्था बिगड़ रही है और रुपए लगातार कमजोर हो रहा है और रुपया टूट कर अब 82.33 प्रति डालर पर जा पहुंचा है। विदेशी मुद्रा भंडार लगातार भी कम हो रहा है पिछले नौ महीनों में विदेशी मुद्रा भंडार 100 अरब डालर कम हुआ है।

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