बरेली: PFI द्वारा धमकी दिए जाने पर मौलाना शहाबुद्दीन रज़वी ने की सुरक्षा की मांग, SSP से मिले
बरेली,अमृत विचार। ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रज़वी को बीते 29 सितंबर को एक धमकी भरी काॅल आई, जिसमें वह शख्स मौलवी को जान से मारने की धमकी देता है। शहाबुद्दीन रज़वी ने अपनी सुरक्षा को लेकर प्रशासन से गुहार लगाई। सुरक्षा की मांग की। इस सिलसिले में वह शुक्रवार को …
बरेली,अमृत विचार। ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रज़वी को बीते 29 सितंबर को एक धमकी भरी काॅल आई, जिसमें वह शख्स मौलवी को जान से मारने की धमकी देता है। शहाबुद्दीन रज़वी ने अपनी सुरक्षा को लेकर प्रशासन से गुहार लगाई। सुरक्षा की मांग की। इस सिलसिले में वह शुक्रवार को एसएसपी से मुलाकात भी किए।
मौलाना शहाबुद्दीन धार्मिक रहनुमा, दर्जनों किताबों के लेखक, और मशहूर इस्लामिक स्कालर हैं। इसके साथ ही वह आला हज़रत सूफ़ी मिशन का प्रचारक भी हैं। उन्होंने पीएफआई की गतिविधियों के खिलाफ कई बार मीडिया के माध्यम से और पब्लिक मीटिंग के जरिए विरोध किया था। यह कार्य वह महीनों से कर रहे हैं। क्योंकि पीएफआई एक कट्टरपंथी संगठन है, भारत की एकता और अखंडता के लिए खतरा है।
पिछले कई वर्षों से भारत के विभिन्न राज्यों में हुए सम्प्रदायिक दंगों में PFI का हाथ रहा है। वह सुन्नी सूफ़ी बरेलवी विचारधारा का प्रबल प्रचारक हैं। देश के संविधान और कानून पर उन्हें भरोसा है। उन्हें 3.42 मिनट पर उनके पास अंजान नम्बर से फोन आया, फोन करने वाले ने अपना नाम अब्दुस्समद निवासी शाहीन बाग दिल्ली बताया।
जान से मारने की दी धमकी
उसने उन्हें जान से मारने की धमकी दी, उसने कहा कि पीएफआई के खिलाफ बोलना बंद कर दो वरना हम तुम्हारा वजूद खत्म कर देंगे, तुम्हारी जुबान बहुत बोल रही है मौलाना हम इबको काट देंगे, तुम्हे अपनी जान और अपने परिवार की परवाह नहीं टीवी पर बहुत बोल रहे हो बोलती बंद कर दूंगा। फिर उसने फोन काट दिया। जिन दिनों राजस्थान के शहर उदयपुर में कन्हैयालाल की हत्या के खिलाफ फतवा दिया था जिसमें हमने आला हजरत – हवाले से कहा था कि मुसलमान कानून को अपने हाथ में न ले, सजा देने का अधिकार हुकूमत का है यह हत्या गैर शरई गैरकानूनी है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष की सुरक्षा की मांग
उस समय भी उनके पास जान से मारने की धमकी भरे फोन आए थे, उन्होंने अपनी सुरक्षा का खतरा बताते हुए अधिकारियों प्रथना पत्र दिया था, मगर उस पर कोई गम्भीरता से विचार नहीं किया, मगर अब फिर PFI सदस्य द्वारा धमकी दी जाने पर वह आज एसएसपी से मिले और सुरक्षा की मांग की है।
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