बरेली: हिंदी बोलने में शर्म नहीं हमें गर्व महसूस करना चाहिए- डॉ मीना यादव

बरेली,अमृत विचार। हमारे देश में हर साल 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाता है। अगर भाषाओं की बात करें तो विश्व में लगभग 120 मिलियन लोग दूसरी भाषा के रूप में हिंदी भाषा को बोलते हैं, और 420 मिलियन से अधिक लोग इसे अपनी मातृभाषा के रूप में बोलते हैं। देश में हर साल …

बरेली,अमृत विचार। हमारे देश में हर साल 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाता है। अगर भाषाओं की बात करें तो विश्व में लगभग 120 मिलियन लोग दूसरी भाषा के रूप में हिंदी भाषा को बोलते हैं, और 420 मिलियन से अधिक लोग इसे अपनी मातृभाषा के रूप में बोलते हैं। देश में हर साल 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाता है। हिन्दी भाषा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से यह दिन मनाया जाता है। हिंदी दिवस एक बार नहीं बल्कि साल में दो बार मनाया जाता है।

आप को बता दें 14 सितंबर, 1949 में देवनागरी लिपि में हिंदी को भारत की आधिकारिक भाषा घोषित किया गया था। इसके बाद हिंदी का महत्व बढ़ाने और इसे हर क्षेत्र में प्रसारित करने के लिए 1953 से हर साल देशभर में 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाने लगा। इसके अलावा 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस मनाया जाता है। 14 सितंबर को हिंदी के महान साहित्यकार व्यौहार राजेंद्र सिंह का जन्मदिन भी है। इसलिए इस दिन को हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है।

हिंदी दिवस पर बरेली कॉलेज बरेली हिंदी विभाग की इंचार्ज डॉ मीना यादव ने बताया हमें हिंदी का ज्यादा उपयोग करना चाहिये। बेशक हम अपने बच्चों को अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में पढ़ाएं लेकिन उन्हें हिंदी बोलने के लिए प्रेरित करें। सरकार को हिंदी भाषा को आधार बना कर ही रोजगार निकालना चाहिए। जिससे युवा पीढ़ी हिंदी की उपयोगिता को समझे और हिंदी की तरफ अग्रसर हो।

ये भी पढ़ें- बरेली: अग्निवीर भर्ती में फर्जी दस्तावेज लेकर पहुंचे दो युवक, सेना ने पुलिस को सौंपा