बरेली: खाद् निरीक्षक पर लगा लाइसेंस के नाम पर वसूली का आरोप

नवाबगंज, अमृत विचार। नगर के व्यापारियों से लाइसेंस के नाम पर दो-दो हजार रुपये की वसूली करने की शिकायत पर पहुंचे व्यापारी नेताओं ने खाद् निरीक्षक का घेराव करते हुए जमकर हंगामा किया। व्यापारियों के हंगामे के बाद खाद् निरीक्षक ने आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि उन्होंने किसी से कोई मांग नहीं की …
नवाबगंज, अमृत विचार। नगर के व्यापारियों से लाइसेंस के नाम पर दो-दो हजार रुपये की वसूली करने की शिकायत पर पहुंचे व्यापारी नेताओं ने खाद् निरीक्षक का घेराव करते हुए जमकर हंगामा किया। व्यापारियों के हंगामे के बाद खाद् निरीक्षक ने आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि उन्होंने किसी से कोई मांग नहीं की है।
अब व्यापारी इस प्रकरण की शिकायत जिलाधिकारी से करेंगे। नगर में हाइवे किनारे बाईपास चौराहे पर एक दुकान पर खाद् निरीक्षक ने अपना ठिकाना बनाया हुआ है। सोमवार को शाम करीब साढे पांच बजे नगर के व्यापारी नेता राजकुमार गुप्ता, संजीव गुप्ता, प्रिंस कपूर, प्रेम रस्तोगी के नेतृत्व में व्यापारी मिठाई की दुकान पर पहुंचे और खाद् निरीक्षक पर आरोप लगाते हुए कि दुकानदारों से दो दो हजार रूपए की उगाही करने की बात कही।
हंगामे के दौरान करीब एक दर्जन दुकानदार भी व्यापारियों के समर्थन में दिखे और खाद् निरीक्षक द्वारा लाइसेंस के नाम पर वसूली की बात कही। कुछ व्यापारियों ने तो यह तक कहा कि रुपये नहीं देने पर बेवजह सैंपल भरकर परेशान किया जाता है व्यापारी नेता राजकुमार गुप्ता ने बताया कि खाद् निरीक्षक ने एक व्यक्ति को व्यापारियों से वसूली करने के लिए लगा रखा है।
जिसके द्वारा नगर के व्यापारियों से उगाही की जाती है। खाद् निरीक्षक सोमनाथ कुशवाह ने बताया कि उनहोंने व्यापारियों से कहा कि वह लाइसेंस के लिए ऑनलाइन आवेदन करें। जिनका लाइसेंस समय पर रिनूवल नहीं होगा उनको निर्धारित जुर्माना जमा करना होगा। किसी भी कीमत पर नया लाइसेंस जारी नही होगा। यह भी कहा कि किसी से कोई पैसे की मांग नहीं की गई है। व्यापारियों द्वारा लगाए जा रहें आरोप निराधार हैं।
कही अफसर तो जानकर नही बन रहे अनजान
मंगलवार को खाद्य निरीक्षक पर लगे अवैध वसूली के आरोप के बीच सबसे बड़ा सवाल यह है कि खाद्य विभाग के आला अफसरों के नाक के नीचे लंबे सम से अवैध उगाही का खेल चल रहा है। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि कही इस मामले में नौकरशाही की सहभागिता तो नही है।
ये भी पढ़ें-