बहराइच: आंधी-पानी ग्रामीणों के लिये बना मुसीबत, कहीं गिरे पेड़ तो कहीं खम्भा, आवागमन भी हुआ बाधित

बहराइच: आंधी-पानी ग्रामीणों के लिये बना मुसीबत, कहीं गिरे पेड़ तो कहीं खम्भा, आवागमन भी हुआ बाधित

बहराइच। जिले में आई आंधी पानी ग्रामीणों के लिए मुसीबत का शबब बन गई है। आंधी में कहीं सड़क पर तो कहीं द्वार के सामने विद्युत पोल समेत ट्रांस फार्मर गिरा पड़ा है। जिससे लोगों का आवागमन तक बाधित हो रहा है। लेकिन बिजली विभाग ने कर्मचारी अभी तक ट्रांसफार्मर हटाने तक नहीं गए हैं। …

बहराइच। जिले में आई आंधी पानी ग्रामीणों के लिए मुसीबत का शबब बन गई है। आंधी में कहीं सड़क पर तो कहीं द्वार के सामने विद्युत पोल समेत ट्रांस फार्मर गिरा पड़ा है। जिससे लोगों का आवागमन तक बाधित हो रहा है। लेकिन बिजली विभाग ने कर्मचारी अभी तक ट्रांसफार्मर हटाने तक नहीं गए हैं। वहीं कई गांवों में हल्की लाइन फाल्ट होने से बिजली ही गुल हो गई है। लोग मोबाइल तक भाड़े पर चार्ज करा रहे हैं।

जिले में दो दिन से तेज आंधी के साथ बारिश हो रही है। आंधी और पानी के बीच लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। कहीं पेड़ टूटकर गिर रहे हैं तो कहीं ग्रामीणों के मकानों के तीन सेट उड़कर जमीन पर गिर रहे हैं। लेकिन सबसे खराब स्थिति बिजली विभाग की है। जरा सी आंधी-पानी आई और बिजली सप्लाई काट दी जाती है। इसके बाद क्षेत्र में कब बिजली बहाल हो, इसका कोई समय निश्चित नहीं है।

कुछ यही हाल इस समय जिले के विभिन्न विकास खंडों में चल रहा है। मिहींपुरवा विकासखंड के ग्राम मोगलहन पुरवा में तेज आंधी और पानी के बीच विद्युत ट्रांसफार्मर खंबे के साथ ग्रामीण के द्वार पर गिर गया। मकान में निवास करने वाले लोग बाल-बाल बच गए। विद्युत ट्रांसफार्मर गिरने की सूचना ग्रामीणों ने क्षेत्रीय कर्मचारियों के साथ अवर अभियंता को दी। लेकिन अभी तक ट्रांसफार्मर हटाया नहीं गया है। इसी विकासखंड के भगवानपुरा में विद्युत ट्रांसफार्मर सड़क पर ही गिर गया।

हालांकि बिजली ना होने से कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ। लेकिन विद्युत ट्रांसफार्मर और तार के सड़क पर पड़े होने से ग्रामीणों को आवागमन में काफी दिक्कत हो रही है। इसकी शिकायत सभी ने में पुरवा के एसडीओ और अवर अभियंता से की। लेकिन सूचना मिलने के बाद भी कोई भी कर्मचारी मौके का मुआयना करने तक नहीं गया है। इसी विकासखंड के उर्रा ग्राम पंचायत में 3 दिनों से बिजली सप्लाई नहीं दी जा रही है।

गांव निवासी मोनू शर्मा, गुड्डू श्रीवास्तव, संजय जायसवाल, संजय श्रीवास्तव और आरपी निगम ने जब इसकी जानकारी क्षेत्रीय लाइनमैन से की तो पता चला कि सेमरहना गांव के निकट तार में कहीं फाल्ट है। लेकिन 3 दिन बीतने के बाद अभी तक बिजली विभाग की ओर से फर्क नहीं दुरुस्त किया गया है। मटेरा विद्युत उपकेंद्र के सिंगा फीडर का भी यही हाल है। इस फीडर के असवा मोहम्मदपुर, सिसवारा, गुरगुज गांव की बिजली सप्लाई बाधित चल रही। बाबगंज क्षेत्र के चरदा, जमोग, निम्निहारा, हांडा बसेहरी, अगैया में बिजली सप्लाई पूरी तरह से बाधित है।

जिले मोतीपुर, महसी, नानपारा, पयागपुर, कैसरगंज के 100 से अधिक गांव में बिजली सप्लाई पूरी तरह से ठप है। लगभग पांच लाख से अधिक की आबादी अंधेरे में रहने को विवश है। ग्रामीणों का कहना है कि छोटी सी फॉल्ट पर भी क्षेत्रीय लाइनमैन बिना रुपए के उसे ठीक करने नहीं जाते हैं। जिससे लोग परेशान हैं। इस मामले एसडीओ से बात की गई तो उन्होंने बताया कि कई जगह विद्युत पोल और ट्रांसफार्मर गिरे पड़े हैं। कर्मचारियों से हटवाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि टूटे तार भी जोड़वाए जा रहे हैं।

आपसे हुई जानकारी हटवा रहे ट्रांसफार्मर

नानपारा विद्युत परिक्षेत्र के एक्सईएन कृष्ण कुमार से बात की गई तो उन्होंने बताया कि गांवों में ट्रांसफार्मर आंधी में गिरने की अब आपके द्वारा जानकारी मिली है। कर्मचारियों को भेजकर ट्रांसफार्मर और विद्युत पोल हटवाए जायेंगे।

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