बदायूं: उठनी थी बेटी की डोली, उठी पिता की अर्थी, परिवार में पसरा मातम
बदायूं, अमृत विचार। खुशी का माहौल चंद मिनटों में ही गम में बदल गया। जहां बेटी की डोली उठनी थी और पिता की अर्थी उठ गई। घर में बेटी की शादी के दौरान उसके पिता ने पेड़ पर फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। भात पहनाने के दौरान उनका पत्नी से झगड़ा हो गया था। पिता …
बदायूं, अमृत विचार। खुशी का माहौल चंद मिनटों में ही गम में बदल गया। जहां बेटी की डोली उठनी थी और पिता की अर्थी उठ गई। घर में बेटी की शादी के दौरान उसके पिता ने पेड़ पर फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। भात पहनाने के दौरान उनका पत्नी से झगड़ा हो गया था। पिता के शव का पोस्टमार्टम कराया गया। वहीं, युवती की विदा होकर दोपहर तक वापस मायके आ गई।
शुक्रवार को थाना उसावां क्षेत्र के गांव बनबौसारी में इंद्रपाल (50) पुत्र कृपाल की बेटी श्यामा देवी की शादी थी। जिला फर्रूखाबाद के थाना शमसाबाद क्षेत्र के गांव नौगवा से बारात आई थी। इंद्रपाल के घर पर ही शादी समारोह चल रहा था। घर में खुशी का माहौल था। बाराती खाना खाने के बाद विश्राम कर रहे थे। वहीं भात पहनाने की रस्म अदा होने की थी। इसी दौरान इंद्रपाल के भाई को भात पहनाना था। इंद्रपाल की पत्नी माला देवी ने इंद्रपाल को आवाज लगाकर बुलाया। इंद्रपाल घर के किसी काम में व्यस्त थे।
उन्हें आने में कुछ समय लग गया। काम पूरा करने के बाद वह भात पहनाने वाले स्थान पर पहुंच गए। वहां माला देवी ने इंद्रपाल को उल्टा बोल दिया। दोनों में बहस हो गई। इसी दौरान इंद्रपाल नाराज होकर घर से चले गए। उन्होंने भात नहीं पहना। भतीजे ने पूछा तो उन्होंने बताया कि बारातियों के लिए दोहने खत्म हो गए हैं। वह लेने जा रहे हैं। उधर, भांवर की रस्म अदा की गई। इंद्रपाल ने गांव के बाहर जाकर पेड़ पर फंदा लगा लिया।
सुबह लगभग 4 बजे गांव निवासी एक युवक अपने खेत पर शिवाली की एकत्र फसल लेने के लिए गया। उसने इंद्रपाल का शव फंदे पर देखा तो परिजनों को सूचना दी। गांव में गममीन माहौल हो गया। परिजनों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया। वहीं, बाराती श्यामा देवी को साथ लेकर चले गए और गांव नौगवा ले जाकर श्यामा देवी को दोबारा गांव बनबौसारी छोड़ आए।
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