बरेली: मनरेगा में लागू नहीं हो सका न्यू मोबाइल मॉनिटरिंग सिस्टम

बरेली, अमृत विचार। मनरेगा के श्रमिकों की हाजिरी मोबाइल मॉनिटरिंग सिस्टम से दर्ज करने की योजना पर ग्रहण लग चुका है। योजना शुरू होने पर अफसरों का तर्क था कि नई व्यवस्था के तहत रोजगार सेवक कार्य स्थल पर जाकर मजदूर के सामने मस्टररोल भरेंगे। इससे ना सिर्फ मस्टर रोल भरने में तेजी आएगी बल्कि …
बरेली, अमृत विचार। मनरेगा के श्रमिकों की हाजिरी मोबाइल मॉनिटरिंग सिस्टम से दर्ज करने की योजना पर ग्रहण लग चुका है। योजना शुरू होने पर अफसरों का तर्क था कि नई व्यवस्था के तहत रोजगार सेवक कार्य स्थल पर जाकर मजदूर के सामने मस्टररोल भरेंगे। इससे ना सिर्फ मस्टर रोल भरने में तेजी आएगी बल्कि समय से भुगतान भी सुनिश्चित हो सकेगा। इसके लिए शासन ने रोजगार सेवकों से मोबाइल या टेबलेट के माध्यम से कार्य कराने की बात कही थी। लेकिन शासन की मंशा को सिस्टम में बैठे जिम्मेदारों की लापरवाही मुंह चिढ़ा रही है। महज पचास फीसदी रोजगारों सेवक को ही मोबाइल मिले हैं।
जिले में 1193 ग्राम पंचायतें हैं। इन ग्राम पंचायतों में रोजगार सृजन पर जॉब कार्ड धारक मजदूरों को कार्य पर रखकर रोजगार दिया जाता है। जिले में तीन लाख से अधिक जॉबकार्ड धारक मजदूर हैं। इनमें से सक्रिय मनरेगा मजूदरों की संख्य करीब दो लाख है। वर्तमान में मात्र पचास हजार सक्रिय मजूदरों को ही रोजगार मिलने की बात कही गई है। गांव में मनरेगा के तहत सामुदायिक शौचालय, पंचायत भवन का निर्माण, तालाबों का सौंदर्यीकरण, खुदाई, सफाई के अलावा भी कई तरीक के कच्चे-पक्के कार्य कराए जाते हैं।
इन कार्यों में पहले रजिस्टर में मजदूरों की हाजिरी लगाकर मस्टर रोल बनाने और बिल वाउचर लगाकर फर्जी भुगतान लेने की शिकायत काफी आती थी। जांच में शिकायतों की पुष्टी होने के बावजूद कुछ दोषियों पर कार्रवाई नहीं हो पाती थी। ऐसी अनियमितताओं पर प्रभावी रोक के लिए केंद्र सरकार की तरफ से न्यू मोबाइल मानीटरिंग सिस्टम विकसित किया था। इसके तहत कार्यस्थलों पर कार्य करने वाले मजदूरों की हाजिरी लगाई जानी थी।
इसमें कार्य कर रहे मजदूरों की फोटो के साथ दो मिनट का वीडियो बनाना है। वीडियो बनते ही वह निर्धारित वेबसाइट पर स्वत: ही अपलोड हो जाएगा। इसको लेकर समस्त रोजगार सेवकों को मोबाइल देकर प्रशिक्षित किया जाना है। लेकिन एक साल से अधिक का समय बीतने के बाद भी अब तक महज पचास फीसदी रोजगार सेवकों को मोबाइल दिया जा सका है।
एक्टिव मनरेगा मजदूरों की ब्लॉकवार संख्या
भदपुरा में14932, भुता में18254, बहेड़ी में13819, भोजीपुरा में13824, क्यारा में 6472, फरीदपुर में11738, फतेहगंज पश्चिमी में11700, बिथरीचैनपुर में 11824, मझगवां में 14790, रिछा में 12119, नवाबगंज में 24203, रामनगर में10074, शेरगढ़ में12056, मीरगंज में 12205 और आलमपुर जाफराबाद में 17005 मनरेगा मजदूर सक्रिय रूप से कार्य कर रहे हैं।
डीसी मनरेगा गंगाराम वर्मा ने बताया कि न्यू मोबाइल मॉनिटरिंग सिस्टम में लागू करने के संबंध में पूर्व में ही दिशा निर्देश दिए जा चुके हैं। इसको लेकर बैठक भी की गई थी। इसके अलावा ब्लॉकों में जाकर रोजगार सेवकों के मोबाइल में न्यू मोबाइल ऐप लोड कराया जा रहा है।