बरेली: मिलीभगत से शर्तों का उल्लंघन कर चूना लगा रहे मिल्क बूथ संचालक

बरेली, अमृत विचार। शहर में मिल्क बूथ को आवंटित करने को लेकर बड़ा खेल उजागर हो रहा है। नियमानुसार इन बूथों पर दुग्ध की बिक्री की जा सकती है लेकिन इस पर शिकंजा न कसने के लिए मिल्क बूथ संचालक नियमों का उल्लंघन करके दुकानों का संचालन कर रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि …
बरेली, अमृत विचार। शहर में मिल्क बूथ को आवंटित करने को लेकर बड़ा खेल उजागर हो रहा है। नियमानुसार इन बूथों पर दुग्ध की बिक्री की जा सकती है लेकिन इस पर शिकंजा न कसने के लिए मिल्क बूथ संचालक नियमों का उल्लंघन करके दुकानों का संचालन कर रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि इसमें कई स्थानीय जन प्रतिनिधि और नगर निगम के स्टाफ की सांठगांठ के चलते इन दुकानदारों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हो रही।
नगर निगम ने अयूब खां चौराहा, कुतुबखाना, सेटेलाइट बस स्टैंड सहित विभिन्न छह जगहों पर मिल्क बूथों के संचालन के लिए दुकानों के लिए जमीन का आवंटन किया था। शर्तों के अनुसार इन दुकानों पर केवल दुग्ध और उससे बने उत्पादों की ही बिक्री की जा सकती है लेकिन तमाम मिल्क बूथ संचालक इसका उल्लंघन करके समोसा, गुटखा सहित तमाम अन्य खाद्य सामग्रियों की भी बिक्री कर रहे हैं।
जबकि दुग्ध उत्पादों की बिक्री को बढ़ावा देने के लिए इन बूथों के लिए काफी रियायत दर पर जगहों का आवंटन किया जाता है, जबकि इसका उल्लंघन होने से दुकानों के बाजार रेट के हिसाब से नगर निगम को काफी नुकसान झेलना पड़ रहा है। बताते हैं कि इसमें कुछ स्थानीय प्रतिनिधि, जिसमें पार्षद भी शामिल हैं और नगर निगम के कुछ कर्मचारी भी मिलीभगत करके इन मिल्क बूथों का संचालन करा रहे हैं। इसलिए इन पर कोई कार्रवाई भी नहीं हो रही है।
आरटीआई कार्यकर्ता मुहम्मद खालिद जीलानी का कहना है कि करीब दो साल पहले इस संबंध में सूचना के अधिकार के तहत जानकारियां मांगी गई थी लेकिन बाद में इस प्रकरण को दबा दिया गया। उनका कहना है कि अब नए सिरे से इस मामले को निकाय निदेशालय और राजस्व अभिसूचना तक पहुंचाएंगे।
छह मिल्क बूथों में तीन के संचालित होने की दी गई थी सूचना
आरटीआई कार्यकर्ता खालिद जीलानी का कहना है कि उन्होंने वर्ष 2019 में नगर निगम से आरटीआई के तहत सूचनाएं मांगी थी। निगम ने बताया था कि छह मिल्क बूथों में तीन जगह संचालन हो रहा है। इन सभी दुकानों का आवंटन मार्च 2016 तक था। इसके अलावा कई और बिंदुओं पर भी सूचनाएं दी गईं थी।
मनमाने तरीके से घेर ली जमीन
इन मिल्क बूथों के लिए 10 बाई 10 की जगह आवंटित की जाती है लेकिन कई दुकानदारों से मनमाने तरीके से इसके कहीं ज्यादा जगह घेर ली है। शर्तों के अनुसार दुग्ध के अलावा कुछ और बेचने पर अनुमति निरस्त हो जाएगी लेकिन कई बूथ संचालक खुलेआम आवंटित दुकानों पर दुग्ध के अलावा गुटखा, नमकीन सहित दूसरी कई चीजें बेच रहे हैं। बताते हैं कि कई बूथ संचालकों के बिजली के बिल भी लंबित हैं।
अपर नगर आयुक्त अजीत प्रताप सिंह ने बताया कि अभी कई मिल्क बूथ की जांच करने पर वहां गड़बड़ी मिली है। इसका संज्ञान लिया जा रहा है। नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।