हल्द्वानी : आंखों में हो रही तकलीफ तो न बरतें लापरवाही

हल्द्वानी : आंखों में हो रही तकलीफ तो न बरतें लापरवाही

हल्द्वानी, अमृत विचार।  रानीबाग स्थित एक होटल में राष्ट्रीय अंधता निवारण कार्यक्रम के तहत एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें जिले के नेत्र सहायकों, एएनएम ने प्रतिभाग किया गया। इस दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. भगीरथी जोशी ने कहा कि आंखों की कुछ गंभीर बीमारियों में शामिल ट्रेकोमा कई बार अंधेपन का कारण …

हल्द्वानी, अमृत विचार।  रानीबाग स्थित एक होटल में राष्ट्रीय अंधता निवारण कार्यक्रम के तहत एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें जिले के नेत्र सहायकों, एएनएम ने प्रतिभाग किया गया।

इस दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. भगीरथी जोशी ने कहा कि आंखों की कुछ गंभीर बीमारियों में शामिल ट्रेकोमा कई बार अंधेपन का कारण बन जाता है। इसमें साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना जरूरी हो जाता है।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. रश्मि पंत ने कहा कि यह कंजंक्टिवाइटिस की तरह होने वाली संक्रामक बीमारी है। अगर समुचित इलाज न किया जाए या संक्रमण लंबे समय तक बना रहे, तो इससे आंखों की रोशनी भी जा सकती है। इसे दुनिया भर में संक्रामक अंधेपन या नजर कमजोर होने का प्रमुख कारण माना जाता है। ऐसे में आंखों में किसी भी तरह का संक्रमण होने पर तत्काल चिकित्सक से परार्मश लें।

विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, दुनियाभर में लगभग 14 करोड़ लोग ट्रेकोमा संक्रमण का शिकार हैं। हालांकि भारत में ट्रेकोमा के शिकार लोगों का प्रतिशत 0.7 से भी कम है। 2017 में भारत को ट्रेकोमा मुक्त घोषित कर दिया गया था, लेकिन इसकी अनदेखी बिल्कुल भी उचित नहीं है।

कार्यक्रम में वरिष्ठ नेत्र सर्जन डॉ. विजय जोशी और डॉ. कल्पना पांडे की ओर से प्रक्षिक्षण दिया गया। इस दौरान बीडी पांडे अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ. केएस धामी, डॉ. वीके पुनेड़ा, मेडिकल कॉलेज के वरिष्ठ नेत्र सर्जन डॉ. जेएस तीत्याल, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आरपीएस नेगी, डॉ. तरुण कुमार टम्टा, डॉ. अनुराधा ह्यांकी, राष्ट्रीय स्वास्थ मिशन से मदन मेहरा, मनोज बाबू, दीवान बिष्ट, देवेंद्र बिष्ट, आरएस रस्तोगी, हरेंद्र कठायत, सपना कांडपाल मौजूद रहे।