बरेली: बिजली कर्मचारियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर व्यापारियों ने उठाई आवाज

अमृत विचार, बरेली। बिजली कर्मचारियों द्रारा प्रधानमंत्री के खिलाफ की गई टिप्पणी का मामला अब तूल पकड़ने लगा है। शहर के व्यापारियों ने अब डीएम कार्यालय में ज्ञापन देकर बिजली कर्मचारियों पर कार्रवाई की मांग की है। व्यापारियों का आरोप है कि धरना प्रदर्शन में इस्तेमाल होने वाली बिजली भी चोरी से जलाई गई है। …
अमृत विचार, बरेली। बिजली कर्मचारियों द्रारा प्रधानमंत्री के खिलाफ की गई टिप्पणी का मामला अब तूल पकड़ने लगा है। शहर के व्यापारियों ने अब डीएम कार्यालय में ज्ञापन देकर बिजली कर्मचारियों पर कार्रवाई की मांग की है। व्यापारियों का आरोप है कि धरना प्रदर्शन में इस्तेमाल होने वाली बिजली भी चोरी से जलाई गई है।
सोमवार को राज्य विद्युत परिषद प्राविधिक कर्मचारी संघ ने बिजली निगम का निजीकरण रोकने समेत आठ मांगों को लेकर मुख्य अभियंता कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया था। प्रदर्शन के दौरान जमकर नारेबाजी भी की गई थी। आरोप तो यह भी है कि प्रदर्शन में कर्मचारियों ने प्रधानमंत्री पर भी अभद्र टिप्पणी की थी। जो अधिकारियों के संज्ञान में भी आ चुकी है। इस मामले में पुलिस और खुफिया विभाग की टीमें जांच में जुटी हुई है।
अब व्यापार मंडल के पदाधिकारियों ने बुधवार को जिलाधिकारी कार्यालय में पहुंचकर ज्ञापन देकर बताया कि शहर में धारा 144 लागू होने के बाद भी बिजली कर्मचारियों को धरना प्रदर्शन की अनुमति किसने दी। उन्होने कहा कि प्रदर्शन के बाद दौरान बिजली कर्मचारियों ने प्रधानमंत्री पर भी टिप्पणी की थी। जबकि धरने के समय बिजली विभाग के चीफ इंजीनियर तारिक मतीन अपने कार्यालय में मौजूद थे। उनके संज्ञान में मामला होने के बाद भी अभी तक किसी कर्मचारी पर कार्रवाई नहीं की गई है।
वही आरोप है प्रदर्शन के दौरान बिजली का भी इस्तेमाल किया गया था। उसका भी कोई स्थाई कनेक्शन नहीं लिया गया। ज्ञापन देने वालों में महामंत्री देवेन्द्र जोशी, महानगर अध्यक्ष शोभित सक्सेना, दानिश जमाल और आशू बेग समेत अन्य व्यापारी मौजूद रहे।