बरेली: कागजों में दौड़ रही स्मार्ट सिटी की गाड़ी, धरातल पर पंक्चर

बरेली: कागजों में दौड़ रही स्मार्ट सिटी की गाड़ी, धरातल पर पंक्चर

अमृत विचार, बरेली। स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्ट की रफ्तार कागजों में तेजी लेकिन सच तो यह है कि धरातल पर प्रोजेक्ट बहुत कम दिख रहे है। जिम्मेदारों ने 62 निविदाओं को निकाल कर नम्बर बढ़ाने का काम किया है। अधिकारियों की लापरवाही के कारण बरेली का प्रदेश में छठा स्थान आया है। जबकि देश में …

अमृत विचार, बरेली। स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्ट की रफ्तार कागजों में तेजी लेकिन सच तो यह है कि धरातल पर प्रोजेक्ट बहुत कम दिख रहे है। जिम्मेदारों ने 62 निविदाओं को निकाल कर नम्बर बढ़ाने का काम किया है। अधिकारियों की लापरवाही के कारण बरेली का प्रदेश में छठा स्थान आया है। जबकि देश में 48 वें पायदान पर है। स्मार्ट सिटी का ग्राफ बढ़ने से अधिकारियों को तो लाभ है, लेकिन शहरियों को किसी तरह का लाभ नहीं मिल पा रहा है। आज भी शहर की तमाम सड़के गड्ढा युक्त हैं।

स्मार्ट सिटी की परियोजना के तहत केंद्र सरकार, राज्य सरकार, पीपीपी मॉडल (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप )के तहत 1902.77 करोड़ रुपये मिलने हैं। अभी तक के कार्यों पर नजर डाली जाए तो 62 निविदाओं को निकाला गया है। इसमें करीब 50 निविदाओं की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। काम की बात करते तो करीब 10 प्रोजेक्ट ही धरातल पर दिख रहे है।

सोलर ट्री,गांधी उद्यान म्यूजिक सिस्टम, कार्यालयों पर सोलर सिस्टम,ओपन जिम, आधे अधूरे स्मार्ट क्लासेज आदि है। जबकि एक बड़े प्रोजेक्ट आई ट्रिपल सी का कार्य अभी चल रहा है। बाकी के बड़े प्रोजेक्ट अभी धरातल पर नहीं दिख रहे। अफसरों ने शहरवासियों को माडल सड़क का सपना दिखाया है लेकिन दो साल से शहरवासी जर्जर सड़कों के कारण परेशान है।

स्मार्ट सिटी की परियोजनाएं

  • कामर्शियल कॉम्प्लेक्स: संजय कम्युनिटी हाल और एलन क्लब को मिलाकर व्यवसायिक केन्द्र स्थापित करना।
  • चौराहों को विकसित करना: पटेल चौक और गांधी उद्यान,डेलापीर, चौकी चौराहा, समेत छह चौराहों पर रोटरी और सौंदर्यीकरण होगा।
  • सॉलिड वेस्ट: 50 करोड़ से चार कूड़ा कलेक्शन केन्द्र, बाकरगंज के कूड़े निस्तारण होगा।
  • स्टेडियम: स्पोर्ट्स स्टेडियम में ही मिनी स्टेडियम, स्वीमिंग पूल, बैडमिंटन कोर्ट का निर्माण।
  • पार्किंग: एलन क्लब, मोती पार्क, संजय कम्युनिटी हॉल समेत चार जगह होगी।
  • कमांड व कंट्रोल सेंटर: ट्रैफिक, सीसीटीवी से निगरानी होगी। इसके साथ ही कमांड एंड कंट्रोल सेंटर बनेगा।
  • महिलाओं के लिए सी लाउंज
  • स्मार्ट क्लास एवं ओपन जिम : नौ स्कूलों में 30 स्मार्ट क्लास, दर्जन भर पार्कों में ओपन जिम।
  • हैंडीक्राफ्ट सेंटर जरी-जरदोजी, फर्नीचर उद्योग के विकास के लिये प्रशिक्षण केन्द्र, प्रदर्शन और बिक्री केन्द्र।
  • अर्बल हाट
  • नाथ नगरी सर्किट: नाथ नगरी के सभी मंदिर सड़क से जोड़े जाएंगे।
  • सोलर: सोलर ट्री और सरकारी विभागों की छत पर सोलर पैनल।
  • एसटीपी: शहर में चार एसटीपी प्लांट
  • सुभाष नगर पुलिया पर ओवरब्रिज
  • कुतुबखाना बाजार पर ओवरब्रिज
  • तांगा स्टैंड की भूमि पर काम्लेक्स और पार्किंग
  • दो जगहों पर रात्रिकालीन बाजार
  • पुरानी जेल का कायाकल्प करना

स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्ट को तेजी से पूरा किया जा रहा है। निविदा प्रक्रिया पूरी होने के बाद कार्य शुरू किया जाएगा। प्रगति बेहतर होने की वजह से प्रदेश व देश में अच्छा स्थान मिला है। कोरोना के कारण काफी समय तक कार्य प्रभावित रहा है। -संजय सिंह चौहान, जीएम स्मार्ट सिटी लिमिटेड