बरेली: जिले में 40 फीसद से अधिक स्वास्थ्य कर्मी बीमार

बरेली: जिले में 40 फीसद से अधिक स्वास्थ्य कर्मी बीमार

अमृत विचार, बरेली। अभी तक जिले में पहले चरण के दौरान कोरोना टीका अभियान काफी सफल रहा है। इस अभियान के दौरान कोरोना का टीका लगवाने वाले 35 से 40 प्रतिशत स्वास्थ्यकर्मियों को बुखार और बदन दर्द की शिकायत रही, हालांकि कोई भी स्वास्थ्यकर्मी अस्पताल तक नहीं पहुंचा और घर पर ही एक दो दिन …

अमृत विचार, बरेली। अभी तक जिले में पहले चरण के दौरान कोरोना टीका अभियान काफी सफल रहा है। इस अभियान के दौरान कोरोना का टीका लगवाने वाले 35 से 40 प्रतिशत स्वास्थ्यकर्मियों को बुखार और बदन दर्द की शिकायत रही, हालांकि कोई भी स्वास्थ्यकर्मी अस्पताल तक नहीं पहुंचा और घर पर ही एक दो दिन बाद पैरासिटामॉल का सेवन कर वह अब पूरी तरह स्वस्थ्य है।

कोरोना का टीका लगवाने के बाद भी पूरी डियूटी कर जन सामान्य के दिलों में वैक्सीन को लेकर घर कर गई अफवाह को दूर करने का काम किया। जिले में 22 जनवरी को 3252 स्वास्थ्य कर्मियों को कोरोना वैक्सीन का (कोविडशिल्ड) टीका लगाया गया।

शहर के जिला अस्पताल, महिला अस्पताल समेत जिले की सभी सीएचसी, पीएचसी और निजी अस्पतालों में केंद्र बनाए गए थे। इन केंद्रों पर सुबह 10 बजे से 5 बजे तक टीका लगाया गया। टीका लगाने वाले स्वास्थ्य कर्मियों की देखरेख के लिए 8 एएफआई लगाई गई।

चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मियों की टीम टीका लगने के बाद से 24 घंटे तक स्वास्थ्य कर्मियों की निगरानी में लगी रही। उन्हें फोन कर उनका हाल जानती रही। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. आरएन सिंह ने बताया कि टीकाकरण कराने वाले सभी स्वास्थ्य कर्मियों पर टीम की नजर रखी गई।

बुखार और बदन दर्द की शिकायत कुछ स्थानों से आई हैं। मगर कुछ घंटे बाद उन्हें आराम मिल गया। कहीं से किसी के भर्ती होने या ज्यादा तबीत बिगड़ने की सूचना नहीं आई है। वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है। इससे डरने की आवश्यकता नहीं है।

सीएमओ एसके गर्ग ने बताया कि वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है। टीकाकरण कराने के बाद पूरे दिन ड्यूटी पर रहा। किसी प्रकार की कोई परेशानी आई। बताया कि बुखार जरूर आया था लेकिन उससे किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं है।

बुखार और बदन दर्द होना यह संकेत है कि वैक्सीन आपके शरीर में सही कार्य कर रही है। वैक्सीन को लेकर उड़ रही अफवाह पर ध्यान न देकर वैक्सीन लगवाए। यही नहीं 28 दिन बाद वैक्सीन की दूसरी डोज भी लगवाए। इसमें लापरवाही न बरतें।

यह टीका कोरोना से बचाव में कारगर साबित होगा। मैने खुद इंजेक्शन लगवाया है। बताया कि बुखार की शिकायत रही, वहीं अस्पताल के स्टाफ में कुछ स्वास्थ्यकर्मियों को भी बुखार व बदनदर्द की परेशानी आई। लेकिन इससे कोई परेशानी नहीं होती है। लोगों को टीका लगवाने के लिए आगे आना चाहिए।
– विनोद पागरानी, संचालक खुशलोक हॉस्पीटल

देश में फैले कोरोना वायरस को यह टीका मात देगा। टीका लगाने के बाद से किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं आई। इसलिए बिना किसी भय के टीका लगवाये। बुखार व बदन दर्द की शिकायत रही, लेकिन इससे डरने वाली बात नहीं है। – डा.फैज शमसी, प्रशासनिक अधिकारी रोहिलखंड मेडिकल कालेज व अस्पताल

शुक्रवार को कोरोना वायरस का टीका लगवाया था। ठंड लगने के बाद बुखार आ गया था। मगर अब पूरी तरह से स्वस्थ हूं। किसी भी प्रकार की कोई परेशानी नहीं है। कोरोना की दूसरी डोज भी अवश्य लगवाऊंगा
-डा.सीपी सिंह, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी

मैने कोविड-19 का टीका लगवाया है। मुझे किसी भी प्रकार की कोई परेशानी नहीं आई। टीका लगवाने के अगले दिन अस्पताल पहुंचकर मरीजों को भी देखा था। कोराना वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है। अस्पताल के स्टाफ में भी स्वास्थ्यकर्मियों को बुखार और बदन दर्द की परेशानी हुई, लेकिन अब सभी पूरी तरह स्वस्थ्य हैं।
-डा.रवि खन्ना, बाल रोग विशेषज्ञ

मैने व मेरी पत्नी ऋ तु राजीव गोयल ने कोरोना का टीका लगवाया था। उस दिन दोनों ही अस्पताल में ओपीडी की, दिनचर्या और दिनों की तरह ही रही। हल्का बुखार व बदन दर्द की शिकायत रही, लेकिन वह सही हो गई और अब हम पूरी तरह से स्वस्थ्य हैं। टीके में इस तरह के हल्के लक्षण आना यह अच्छा संकेत देता है, यानि वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित है और अपना कार्य कर रही है।
-डा.राजीव गोयल, आईएमए उपाध्यक्ष