बरेली: कोरोना वैक्सीनेशन अभियान से कम होने लगा छात्रों का डर

बरेली: कोरोना वैक्सीनेशन अभियान से कम होने लगा छात्रों का डर

अमृत विचार, बरेली। कोरोना टीकाकरण अभियान शुरू होने के बाद छात्रों का डर भी कुछ कम हुआ है लेकिन विद्यालय अभी भी सतर्कता बरत रहे हैं। टीकाकरण अभियान शुरू होने से आम आदमी से लेकर विद्यार्थियों तक में इस बीमारी को हराने की एक उम्मीद जग गई है। छात्रों के मुताबिक कोरोना के अंत की …

अमृत विचार, बरेली। कोरोना टीकाकरण अभियान शुरू होने के बाद छात्रों का डर भी कुछ कम हुआ है लेकिन विद्यालय अभी भी सतर्कता बरत रहे हैं। टीकाकरण अभियान शुरू होने से आम आदमी से लेकर विद्यार्थियों तक में इस बीमारी को हराने की एक उम्मीद जग गई है।

छात्रों के मुताबिक कोरोना के अंत की शुरुआत हो चुकी है। इस महामारी के बाद काफी हद तक अंदर से भय समाप्त हुआ है।
सोमवार को पीलीभीत बाईपास रोड स्थित महर्षि विद्या मंदिर के विद्यार्थी विद्यालय के अवकाश होने पर घर वापस जाते हुए बेफिक्र नजर आए।

हालांकि, घर लौट रहे इन ग्रुपों में कुछ विद्यार्थी ऐसे भी थे जिन्होंने अभी भी कोरोना के प्रति सजगता को नहीं छोड़ा और वे मास्क लगाए नजर आए। उनका कहना था कि कोरोना काल में जब पहली बार स्कूल आए थे तो काफी डर था। हालांकि विद्यालय में कम विद्यार्थी थे और कोविड-19 नियमों का भी सख्ती से पालन हो रहा था।

अब टीकाकरण अभियान शुरू होने के बाद यह डर जरूर कम हुआ है। विद्यार्थियों का कहना था कि जब तक लक्ष्य का दस फीसदी टीकाकरण नहीं हो जाता तब तक सतर्कता बरतनी है। वहीं, वैक्सीन को लेकर फैलाई जा रही भ्रांतियों पर छात्रों का कहना था कि वैज्ञानिकों ने इतने कम समय में दो वैक्सीन तैयार की हैं।

सबसे पहले चिकित्सकों और स्वास्थ्यकर्मियों को टीका लगाया जा रहा है। अभी तक पहले चरण में लगने वाले टीकाकरण के बाद कोई भी अप्रिय सूचना पूरे देश में कहीं से नहीं आई है। ऐसे में लोगों को भ्रांतियों की ओर ध्यान न देकर सरकार के इस टीकाकरण अभियान को सफल बनाने पर ध्यान देने की जरूरत है जिससे इस वैश्विक महामारी से निजात पा सकें।

इतने कम समय में टीकाकरण अभियान शुरू होना खुशी की बात है। टीकाकरण अभियान शुरू होने के बाद काफी हद तक इस बीमारी का भय कम हुआ है। जल्द ही देशवासियों को इस बीमारी से निजात मिलेगी। -प्रिंस, कक्षा 9 विद्यार्थी

टीकाकरण अभियान शुरू होने के बाद खुशी महसूस हो रही है। अब पहले की तरह स्कूल जल्द ही शुरू हो सकेंगे। कोविड काल में कम ही विद्यार्थी विद्यालय आए हैं। पुराने दोस्त फिर से कक्षा में मिलेंगे। जल्द ही हम इस बीमारी पर जीत हासिल करेंगे। -हर्षित, कक्षा 12 विद्यार्थी

कोरोना काल में जब पहली बार विद्यालय खुला और मैं कक्षा में गया तो काफी अजीब और भय का माहौल था। विद्यालय में कोविड नियमों का प्राचार्य व शिक्षक सख्ती से पालन करा रहे हैं। टीकाकरण शुरू होने से अब जल्द ही कोविड-19 नियमों के बंधन से छुटकारा मिल सकेगा। –आशुतोष, पाण्डेय, कक्षा 12 विद्यार्थी