कासगंज: पोस्टमार्टम रिपोर्ट कर रही इशारा ! डॉक्टर की लापरवाही से हुई थी प्रसूता की मौत

Amrit Vichar Network
Published By Monis Khan
On

कासगंज, अमृत विचार। बीती 14 अप्रैल को प्रसूता का अस्पताल के बाहर शव रखकर हंगामा करने के मामले में नया मोड़ सामने आ गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में महिला की मौत इंटरनल ब्लीडिंग, हेमोटोमा, और अंदर से टांके खुलने के जिक्र ने अस्पताल के सर्जन पर तमाम सवाल खड़े कर दिए हैं। इस मामले में परिजनों ने कोतवाली पुलिस को तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराने की मांग की है, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बावजूद अभी तक कोई पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया है। दूसरी तरफ स्वास्थ्य विभाग और कोतवाली पुलिस की अनदेखी से अस्पताल दोबारा खुल गया है। 


पूरा मामला शहर के किसरोली रोड स्थित एक अस्पताल का है। जहां एटा जनपद के गांव कासौन निवासी धमेंद्र की 26 वर्षीय पत्नी मीरा की ऑपरेशन के बाद मौत हो गई थी। धमेंद्र ने के मुताबिक उन्होंने अपनी पत्नी को प्रसव पीड़ा के बाद आठ अप्रैल को अस्पताल में भर्ती कराया था। चिकित्सकों ने प्रसूता की ज्यादा हालत खराब बताकर ऑपरेशन कर दिया। ऑपरेशन के बाद मीरा में 8.5 यूनिट ब्लड था, इसके बावजूद भी चिकित्सकों ने खून की कमी बताकर ब्लड चढ़ा दिया। महिला की तबियत लगातार खराब होती चली गई। चिकित्सकों ने दस अप्रैल को आगरा के अस्पताल में ले जाकर प्रसूता को भर्ती करा दिया। जहां भी हालत में सुधार नहीं हुआ। परिजनों ने महिला को आगरा में ही दूसरे अस्पताल में भर्ती कराया। जहां 13 अप्रैल की रात महिला की मौत हो गई। परिजन शव को लेकर कासगंज के अस्पताल आ गए। शव रखकर हंगामा किया, संचालक और स्टाफ महिला के शव आने से पहले ही अस्पताल बंद कर फरार हो गए। 

ये आया पोस्टमार्टम रिपोर्ट में 
मृतक मीरा देवी की आई पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ऑपरेशन करने वाले चिकित्सक पर सवाल खड़े कर दिए। आरोप है कि महिला का ऑपरेशन गलत होने से इंटरनल ब्लीडिंग होती रही। टांके खुल जाने से हेमोटोमा बन गया। पेट के अंदर पोने तीन किलो का कलेक्शन होने की बात सामने आई है। जिससे साफ जाहिर ऑपरेशन में लापरवाही की गई।

अस्पताल को दिया गया है नोटिस
सीएमओ डॉ. राजीव अग्रवाल ने बताया कि मृतक महिला की पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिल चुकी है। उसमें इंटरनल ब्लीडिंग, हेमोटोमा, पेट में कलेक्शन मिला है। अस्पताल का रजिस्ट्रेशन होने के कारण नोटिस दिया गया है। नोटिस का जबाब मांगा गया है। परिजनों ने इस मामले में अभी तक कार्यालय में कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई है। शिकायत करने पर स्वास्थ्य विभाग विधिक कार्रवाई करेगा। 

संबंधित समाचार