बरेली: सूर्य के साथ पांच ग्रह मकर राशि में करेंगे प्रवेश, समाप्त होगा खरमास

अमृत विचार, बरेली। मकर संक्रांति 14 जनवरी यानि गुरुवार को मनाई जाएगी। संक्रांति के दिन सूर्य धनु राशि छोड़कर मकर राशि में प्रवेश करता है। सूर्य के राशि परिवर्तन के समय का विशेष महत्व होता है। इस साल मकर संक्रांति पर विशेष योग बन रहा है क्योंकि सूर्य के साथ पांच ग्रह मकर राशि में …
अमृत विचार, बरेली। मकर संक्रांति 14 जनवरी यानि गुरुवार को मनाई जाएगी। संक्रांति के दिन सूर्य धनु राशि छोड़कर मकर राशि में प्रवेश करता है। सूर्य के राशि परिवर्तन के समय का विशेष महत्व होता है। इस साल मकर संक्रांति पर विशेष योग बन रहा है क्योंकि सूर्य के साथ पांच ग्रह मकर राशि में विराजमान रहेंगे। सभी ग्रहों का विशेष महत्व है। इस दिन नदियों में स्नान-दान, पूजा का विशेष महत्व होता है।
हिंदू पंचांग के अनुसार, जब सूर्य धनु से मकर राशि में प्रवेश करते हैं तो इस पूरी प्रक्रिया को मकर संक्रांति के नाम से जाना जाता है। हिंदू धर्म में मकर राशि में सूर्य के प्रवेश का विशेष महत्व है।
मकर संक्रांति पर हो रहा है पांच ग्रहों का जुटान
ज्योतिषाचार्य सुनील बताते हैं कि मकर संक्रांति पर इस बार पांच ग्रह एक साथ जुट रहे हैं। इसलिए इस दिन पांच ग्रही संयोग बनने जा रहा है। इस दिन मकर राशि में पांच ग्रह एक साथ विराजमान रहेंगे। मकर संक्रांति पर सूर्य, शनि, बृहस्पति, बुध और चंद्रमा का गोचर मकर राशि में रहेगा।
नौ घंटे से अधिक रहेगा पुण्यकाल
पंचांग के अनुसार मकर संक्रांति के दिन सूर्योदय सुबह 7 बजकर 15 मिनट 13 सेकेंड पर होगा। वहीं, शाम 5 बजकर 45 मिनट पर सूर्यास्त होगा। मकर संक्रांति पर पुण्यकाल 9 घंटे से अधिक समय तक रहेगा। 14 जनवरी को मकर संक्रांति पर सूर्य देव सुबह 8 बजकर 20 मिनट के करीब धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करेंगे। पंचांग के अनुसार मकर संक्रांति का पुण्यकाल सूर्यास्त तक रहेगा।
संक्रांति का राशियों पर शुभ-अशुभ फल
ज्योतिषाचार्य सुनील बताते हैं कि मेष, कर्क, वृश्चिक राशि के जातकों के लिए तांबा का पाया होने से श्रेष्ठ फलदायी है। वृष, कन्या, धनु राशि के जातकों के लिए चांदी का पाया होने से सर्वश्रेष्ठ फलदायक है। मिथुन, तुला, कुंभ राशि वालों के लोहे का पाया होने के कारण मध्यम फलदायक है। सिंह, मकर और मीन राशि के जातकों के लिए सोने का पाया होने के कारण संक्रांति अशुभ फलदायक रहेगी।